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Doctor’s Day 2021: काबिल डॉक्टर ही नहीं धुरंधर नेता भी थे जिन्हे समर्पित है 1 जुलाई

Doctor’s Day 2021: बता दें कि डॉक्टर विधानचंद्र राय उस समय कई बड़े राजनेताओं के डॉक्टर थे, जिन्होने गांधी के साथ-साथ नेहरू और कई नेताओं को ठीक किया है. वहीं इसके साथ-साथ उनकी राजनीति में भी रूची बनी और वह बंगाल के मुख्यमंत्री बने, और मुख्यमंत्री के तौर पर 14 साल बंगाल पर राज किया।

नई दिल्ली। आज यानी एक जुलाई को देशभर में डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके देश के तमाम डॉक्टर्स को इस दिन की बधाई दी है। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि हर साल 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे क्यों मनाया जाता और इस दिन का मनाने के लिए 1 जुलाई ही क्यों तय की गई। दरअसल 1 जुलाई डॉ. विधानचंद्र राय को समर्पित है जो न सिर्फ एक अच्छे डॉक्टर थे बल्कि राजनीति में भी उनकी अच्छी खासी पकड़ थी, जिसके बूते वह 2 बार बंगाल के मुख्यमंत्री बने। डॉ. राय धुरंधर नेता तो थे ही, इसके साथ ही डॉक्टरी में भी उनकी अलग ही धाक थी, कहा जाता है कि वह गांधी से लेकर नेहरू तक के डॉक्टर थे, और उनके पास आने वाला हर मरीज हमेशा ठीक ही होता था, उन्हे बीमारी पकड़ने के लिए कुछ जानने की जरूरत नहीं थी, बल्कि वह चेहरा और नाड़ी के जरीए खुद ही मरीज का हाल और इलाज बता देते थे, डॉक्टर की जो पढ़ाई राय ने की वह बहुत ही कम लोग कर पाते हैं।

Dr. bidhan Chandra Rai

राय एक सर्जन और फिजिशियन थे, जिन्होने कोलकाता मेडिकल कॉलेज से अपनी MBBS और MD की पढ़ाई की जिसके बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए वह लंदन चले गए। जहां उन्होने MRCP और FRCS की पढ़ाई की।

डॉक्टरी पढ़कर बने मुख्यमंत्री

बता दें कि डॉक्टर विधानचंद्र राय उस समय कई बड़े राजनेताओं के डॉक्टर थे, जिन्होने गांधी के साथ-साथ नेहरू और कई नेताओं को ठीक किया है. वहीं इसके साथ-साथ उनकी राजनीति में भी रूची बनी और वह बंगाल के मुख्यमंत्री बने, और मुख्यमंत्री के तौर पर 14 साल बंगाल पर राज किया।

दो बार बने मुख्यमंत्री

डॉक्टर विधानचंद्र राय एक नहीं बल्कि दो बार बंगाल के मुख्यमंत्री बने। आजादी के  लिए चल रही लड़ाई में उन्होने भी आवाज उठाई और फिर नेताओं में भी शामिल होते चले गए, जिसके चलते उन्हे जेल भी जाना पड़ा। आजादी के बाद जवाहर लाल नेहरू ने राय को उत्तर प्रदेश का राज्यपाल बनाने के लिए नियुक्त किया लेकिन उन्होने अस्वीकार कर दिया, क्योंकि वह बंगाल की राजनीति में रहना चाहते थे, फिर वह बंगाल के स्वास्थय मंत्री बने और साल 1948 डॉक्टर प्रफुल्लचंद्र घोष के मुख्यमंत्री पद से इतीफा देने के बाद राय को मुख्यमंत्री बनाया गया और वह 14 साल तक मुख्यमंत्री रहे।

Dr. bidhan Chandra Rai

1 जुलाई को डॉक्टर्स डे क्यों

बता दें कि देश के सबसे अच्छे डॉक्टर रहे विधानचंद्र का जन्म 1 जुलाई 1882 को हुआ था, और 1 जुलाई 1962 को उनका निधन हो गया। इस वजह से राय को समर्पित करते हुए इस दिन को डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है। आपको बता दें कि डॉक्टर राय ने 80 साल की उम्र तक पूरे उत्साह के साथ काम किया एक नेता और डॉक्टर रहते उन्होने कई उपल्ब्धियां अपने नाम की और जीवन में कभी शादी नहीं की।