नई दिल्ली। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज मनाया जाता है। आज उत्तर भारत के कई स्थानों पर कजरी तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
आज के दिन सुहागन महिलाएं या विवाह के योग कन्याएं अखंड सौभाग्य की कामना से निर्जला व्रत रखती हैं। विवाहित महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं और उनके पति की लंबी आयु, सुखी जीवन और धन-वैभव का आशीर्वाद मांगती हैं।
वहीं, अविवाहित कन्याएं माता से सुयोग्य जीवनसाथी की कामना करती हैं। पूजा के समय माता लक्ष्मी को सुहाग की सामग्री अर्पित की जाती है क्योंकि यह व्रत सुहाग की सुरक्षा से जुड़ा होता है। आज कजरी तीज के अवसर पर लड़कियां और महिलाएं श्रृंगार कर हर्ष और उल्लास के साथ इस त्यौहार को मनाती हैं।