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जानिए मधुमेह से पीड़ित कुछ लोगों के लिए कोरोना क्यों है अधिक घातक?

Coronavirus: कई अध्ययनों के अनुसार, मधुमेह के गुर्दे की बीमारी वाले रोगियों में एक पुरानी प्रो-भड़काऊ स्थिति और प्रतिरक्षा विकृति होती है, जिससे किसी ऐसे व्यक्ति की तुलना में वायरस से ‘लड़ना’ मुश्किल हो जाता है, जिसके पास ठीक से काम करने वाली प्रतिरक्षा प्रणाली है। शोधकर्ताओं ने कहा कि उच्च सीआरपी उच्च स्तर की सूजन से संबंधित है।

लंदन। मधुमेह से पीड़ित कुछ लोगों में कोविड-19 से संक्रमित होने की अधिक संभावना है, जिससे ये बीमारी अधित घातक हो सकती है। यह जानकारी एक रिसर्च से निकलकर सामने आई है। यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज (ईएएसडी) की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत एक शोध से पता चला है कि मधुमेह वाले लोगों को गंभीर बीमारी और मृत्यु का जोखिम दूसरों की तुलना में अधिक है। एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट, इंग्लैंड के शोधकर्ताओं द्वारा 1,000 से अधिक रोगियों के विश्लेषण से पता चला है कि टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में मरने की संभावना अधिक है। ऐसा इसलिए है क्योंकि टाइप 2 मधुमेह आमतौर पर वृद्ध लोगों में होता है और अन्य दीर्घकालिक स्वास्थ्य स्थितियों वाले मरीज होते है।

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अध्ययन में 74.1 की औसत आयु वाले 1,004 रोगी शामिल थे। लगभग 7.5 प्रतिशत को गहन देखभाल में भर्ती कराया गया और 24 प्रतिशत की अस्पताल में भर्ती होने के सात दिनों के भीतर मृत्यु हो गई। क्रोनिक किडनी रोग वाले 70 वर्ष से कम आयु के लोगों में मृत्यु का जोखिम भी 2.74 गुना अधिक था।

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एक शोधकर्ता ने कहा, कई अध्ययनों के अनुसार, मधुमेह के गुर्दे की बीमारी वाले रोगियों में एक पुरानी प्रो-भड़काऊ स्थिति और प्रतिरक्षा विकृति होती है, जिससे किसी ऐसे व्यक्ति की तुलना में वायरस से ‘लड़ना’ मुश्किल हो जाता है, जिसके पास ठीक से काम करने वाली प्रतिरक्षा प्रणाली है। शोधकर्ताओं ने कहा कि उच्च सीआरपी उच्च स्तर की सूजन से संबंधित है, जिससे अंग खराब होने की संभावना अधिक हो सकती है।