नई दिल्ली। बॉलीवुड के महान सिंगर और कम्पोजर बप्पी लहरी का 69 की उम्र में निधन हो गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक, ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया बीमारी की वजह से उनकी जान गई। यह बेहद कॉमन स्लीपिंग डिसऑर्डर है। इस बीमारी से सोते वक्त ज्यादा समम्या होती है। आपको बता दें, कि स्लीपिंग डिसऑर्डर कई तरह के होते हैं। वहीं ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप ऐप्निया में सोते वक्त मरीज का गला चोक हो जाता है। इस वजह फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में सीने की मांसपेशियों को काफी मेहनत करनी पड़ती है। तो चलिए आज जानते है कि इस बीमारी के और क्या-क्या लक्षण, वजह और रिस्क फैक्टर है।
खर्राटे लेते हैं तो हो जाएं सावधान
खर्राटे लेना भी इसका एक लक्षण है। ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया में मरीज के गले की मसल्स सोते वक्त स्वांसनली में बार-बार रुकावट पैदा करने लगती हैं।
जानें इस बीमारी के सामान्य लक्षण
तेज खर्राटे लेना, हाई ब्लड प्रेशर, सुबह के वक्त सिर में दर्द होना, दिन के वक्त ज्यादा नींद आना, सांस रुकने या गला चोक होने से नींद खुल जाना, सोते वक्त मुंह सूखना और गला चिपकना, सोते वक्त सांस रुकना या गला चोक हो जाना।
रिस्क फैक्टर्स
अगर आपका वजन ज्यादा है। आप पुरुष है और आपका उम्र 60 से 70 के बीच हो। ब्लड प्रेशर हाई रहता है। आपको बचपन से टॉन्सिल्स की समस्या होती रहती है। अक्सर रात में नाक जाम हो जाती है। आप स्मोक करते हैं। आपको डायबिटीज या दिल की बीमारी या अस्थमा है।
कब मिले डॉक्टर से
अगर सोते वक्त आपके खर्राटे से आपकी या दूसरों की नींद खुल जाती है। गला चोक होकर नींद खुल जाती है, सोते वक्त सांस रुक जाती है, दिनभर आलस आता है, आप टीवी देखते या ड्राइविंग के वक्त भी सोने लगते हैं।