नई दिल्ली। पूरी दुनिया आज वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day) मना रही है। हर साल ये दिन 17 मई को मनाया जाता है। हाइपरटेंशन, हाई ब्लड प्रेशर (High BP) का ही दूसरा नाम है। जो गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है। जैसे कि दिल का दौरा, स्ट्रोक, डिमेंशिया, क्रोनिक किडनी डिजीज और विजन लॉस।
इसलिए मनाया जाता है वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे
हाइपरटेंशन से पीड़ित लोग आमतौर पर जागरूक नहीं होते हैं क्योंकि इस बीमारी के शुरुआती चरणों का पता लगाने के लिए कोई विशिष्ट लक्षण ही नहीं होते हैं। इसलिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है।
ऐसे हुआ वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे की शुरुआत
इस दिन की शुरुआत द वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (WHL) के जरिए की गई थी, जो स्वयं 85 राष्ट्रीय हाइपरटेंशन लीग और समाजों के संगठनों के लिए एक छाते का काम करते हैं। पहली बार 14 मई, 2005 को ये दिन मनाया गया था। हालांकि, 2006 से, ये दिन 17 मई को मनाया जा रहा है। ये दिन हाइपरटेंशन के बारे में जागरूकता शुरू करने के लिए बनाया गया है क्योंकि लोगों को इस बीमारी के बारे में उचित जानकारी नहीं है।
वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2021 की थीम
दुनिया भर में कम जागरूकता दर का मुकाबला करने के लिए इस वर्ष की थीम “अपने ब्लड प्रेशर को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें” है।