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Treatment with yoga: ब्लैक फंगस इन्फेक्शन को रोकने में कारगर है योग

Treatment with yoga: कई राज्यों में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है। ब्लैक फंगस के साथ-साथ व्हाइट फंगस और येलो फंगस भी देखने को मिल रहा है। म्यूकोरमाइकोसिस फंगल इंफेक्शन से जुड़ी बीमारी है जो इस वक्त शुगर के मरीजों को सबसे ज्यादा हो रही है। इसमें आंख की नसों के पास फंगल इनफेक्शन जमा हो जाता है, जो सेंट्रल रेटीना आर्टरी का ब्लड फ्लो बंद कर देता है। इसकी वजह से आंखों की रोशनी तक भी चली जाती है।

कोरोनावायरस के प्रकोप से सभी पहले ही परेशान हैं। कोरोना महामारी का संकट खत्म हुआ भी नहीं, कि ब्लैक फंगस का संक्रमण भी अपनी रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है और लोगों को गंभीर रूप से बीमार भी कर रहा है। कोरोना से ठीक हुए लोगों को यह बीमारी अपनी चपेट में ले रहा है, जरा सी भी लापरवाही से आंखों की रोशनी तक भी जा सकती है। और यह फंगस दिमाग तक पहुंच जाए तो बचना मुश्किल हो जाता है। कई राज्यों में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है। ब्लैक फंगस के साथ-साथ व्हाइट फंगस और येलो फंगस भी देखने को मिल रहा है। म्यूकोरमाइकोसिस फंगल इंफेक्शन से जुड़ी बीमारी है जो इस वक्त शुगर के मरीजों को सबसे ज्यादा हो रही है। इसमें आंख की नसों के पास फंगल इनफेक्शन जमा हो जाता है, जो सेंट्रल रेटीना आर्टरी का ब्लड फ्लो बंद कर देता है। इसकी वजह से आंखों की रोशनी तक भी चली जाती है।

Black Fungus mucormycosis

ज्यादा स्टेरॉयड देने पर ब्लैक फंगस होने का खतरा

दरअसल कोरोनावायरस संक्रमण के दौरान डॉक्टर बहुत सारे स्टेरॉयड देते हैं, एक्सपर्ट बता रहे हैं कि कई बार इसकी वजह से फंगल इंफेक्शन हो जाता है। “अमेरिका के सीडीसी के मुताबिक म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस एक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है, लेकिन यह गंभीर इंफेक्शन है, जो मोल्डस या फंगी के एक समूह की वजह से होता है यह मोल्डस पूरे पर्यावरण में जीवित रहते हैं। ये साइनस या फेफड़ों को प्रभावित करता है।”

इस बिमारी के लक्षण

Alka Singh

आंख में लालपन, दर्द, बुखार, खांसी सिर दर्द, सांस लेने में तकलीफ, साफ-साफ दिखाई ना देना, उल्टी में खून आना, मानसिक स्थिति में बदलाव ब्लैक फंगस के लक्षण हो सकते हैं।

ब्लैक फंगस क्या है?

यह एक फंगल बीमारी है जो म्यूकोरमाइकोसिस नाम के फनगाइल से पैदा होती है। यह ज्यादातर उन लोगों को होता है, जिन्हें पहले से कोई बीमारी हो या ऐसी दवा ले रहे हो जो इम्यूनिटी को कमजोर कर रही हो।

ब्लैक फंगस शरीर में कैसे पहुंचता है?

सांस के जरिए वातावरण में मौजूद फंगस हमारे शरीर में पहुंचते हैं। अगर शरीर में किसी तरह का कटा घाव हो तो वहां से भी यही इंफेक्शन शरीर में फैल सकता है। अगर इसे शुरुआती दौर में नहीं पहचान की गई तो जानलेवा साबित भी हो सकता है। आंखों की रोशनी तक भी जा सकती है।

ब्लैक फंगस की समस्या ज्यादा किन लोगों में है जिनकी डायबिटीज बेकाबू है, उनको ज्यादा है। और जिन को ज्यादा मात्रा में स्टेराइड दिया जा रहा है उन्हें इसका खतरा है, जिनकी इम्युनिटी कमजोर है उनको बलैक फंगस होने खतरा ज्यादा है। इन कारणों को जानके ही इनका उपचार सभव हैं और योग इन कारणों के उपचार मे बेहद कारगर साबित होगा क्योंकि योग एक फायदे अनेक। योग इन सब कारणों पर काम करता है, इसीलिए नेचुरल तरीके से योग को अपनाएं समय रहते नियमित योग करने से इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाया जा सकता है और इम्यूनिटी ही हमें वायरस के संक्रमण से बचाने में मदद करती है। अगर हमारी इम्यूनिटी अच्छी है तो हम किसी भी वायरल और वैक्टीरियल संक्रमण से बच सकते हैं। योग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नेचुरल उपाय हो सकता है।

Black Fungus

यहां ऐसे योगासन के बारे में बताया जा रहा हैं इन योगासनों पर कई वैज्ञानिक रिसर्च भी मौजूद है और इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए प्रभावी रूप से असरकारी भी देखा गया है। आइए इन योगासनों के बारे में जानते हैं भुजंगासन, सेतुबंध आसन, आसन का नियमित रूप से किया गया अभ्यास रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है उसे मजबूत बनाने में प्रभावी रूप से देखा गया है। इन योगासनों का प्रभाव इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने तथा वैक्टीरियल संक्रमण को दूर रखने में भी कारगर माना गया है।

कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उसके बाद भी ब्लैक फंगस जैसी बीमारियों से बचाव हेतु भी योग की कुछ क्रियाएं हैं जिनके अभ्यास द्वारा भी इससे राहत पाई जा सकती है। जलनेति का अभ्यास फायदेमंद है, आंखों में लाली होना, लालपन होना, आंखों में पानी आना और जलन में भी फायदेमंद है। जलनेति करने के बाद कपालभाति अवश्य करें। कोरोनाकाल की स्थिति में लोग संक्रमित हो रहे हैं। शरीर के कुछ अंग भी तुरंत इससे प्रभावित हो जाते हैं। खासतौर पर जो इस समय ब्लैक फंगस की बीमारी भी फैल रही है ऐसे में अपने को पहले ही सुरक्षित करने के लिए आप जलनेती क्रिया का अभ्यास अवश्य करें इसे बेहद फायदा मिलेगा।

Black Fungus eyes

कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उसके बाद भी ब्लैक फंगस जैसी बीमारियों से बचाव हेतु भी योग की कुछ क्रियाएं हैं, जिनके अभ्यास द्वारा इससे राहत पाई जा सकती है। योग के अभ्यास हैं जलनेति, कपालभाती, सूत्र नेती, अनुलोम विलोम प्राणायाम, कपालभाती प्राणायाम और आसनों में वक्रासन, गोमुखासन, सेतुबंधासन, मंडूकासन यह बहुत ही लाभकारी है।

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए अर्ध मत्स्येंद्रासन रामबाण है

अर्धमत्स्येंद्रासन यह आसन मधुमेह रोग में विशेष लाभ देता है पाचन तंत्र विशेषकर क्लोम (पेनक्रियाज) और यकृत पुस्ट होते हैं। फेफड़े और हृदय को बल मिलता है। स्नायु मंडल अधिक से अधिक प्रभावित होता है। मधुमेह रोग में रामबाण का कार्य करता है जिन्हें मधुमेह की समस्या है। यह आसन उनके शरीर में अग्नाशय को सक्रिय बनाकर इंसुलिन के उत्पादन में सहयोग देता है।

विधि – बैठे हुए दाएं ओर के घुटने को मोड़ते हुए एड़ी दाहिने पैर को मोड़े और पैर को बाएं नितंब के पास जमीन पर आराम से रखें। बाएं पैर के ऊपर दाहिने हाथ को लाएं और बाएं पैर के अंगूठे को पकड़ें श्वास छोड़ते हुए धड़ को जितना संभव हो उतना मोड़ें और गर्दन को मोड़ें जिससे कि बाएं कंधे पर दृष्टि केंद्रित कर सकें। बाएं हाथ को जमीन पर टिका लें और सामान्य रूप से श्वास लें।

भस्त्रिका प्राणायाम करने से बड़ा ही लाभ होता है

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भस्त्रिका तथा गहरे सांसों का किया गया। यह अभ्यास फेफड़ों को स्वस्थ और लचीला बना देता है। लचीले फेफड़े में स्वास व प्राण की मात्रा अधिक आती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है जब हम एक बार में अधिक स्वास धीरे-धीरे अंदर भर लेंगे तो शीघ्र ही दूसरा सांस लेने की आवश्यकता ना होगी इसी को गहरा व उत्तम स्वास कहते हैं।

डीप ब्रीदिंग फेफड़े को बलशाली बनाने की वह क्रिया है जिसको करने के बाद में आप के फेफड़े अधिक लचीले बनते हैं। आपके भीतर अधिक मात्रा में प्राणवायु प्रवेश करती है। प्राणों की ताकत आप की बढ़ती है आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है। डीप ब्रीडिंग (लंबे गहरे सांस लेने और छोड़ने से) शरीर स्वस्थ व रोग मुक्त बनता है। गहरी सांस लेने और छोड़ने से रक्त संचार दुरुस्त होता है।

मंडूकासन

डायबिटीज रोग को ठीक करने में बहुत फायदेमंद माना जाता है। डाइजेशन को मजबूत करता है कंसंट्रेशन बढ़ाता है। लीवर और किडनी को स्वस्थ रखता है। डायबिटीज कंट्रोल करने में काफी सहायक होता है।

सेतुबंध आसन

ये आसन डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है बालासन, अर्ध मत्स्येंद्रासन, सर्वांगासन को डायबिटीज ठीक करने की श्रेणी मे रखा गया है। इम्यूनिटी बढ़ाने और डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सभी रोगों को दूर करने के लिए प्राणायाम का अभ्यास अवश्य करें। अनुलोम विलोम प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम अवश्य करें।

कोरोना काल में अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले फूड का सेवन करने की जरूरत है, ये वो सुपरफूड है, जिनका सेवन करने से आप इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं जैसे तुलसी, नीम, हल्दी, अदरक आदि। गिलोय और तुलसी नीम एंटीवायरल और एंटी इन्फ्लेमेटरी जैसी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। यह कई बीमारियों का इलाज है और आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ाती है। तुलसी के पत्तों को खाली पेट सेवन करना फायदेमंद होता है हल्दी एंटीऑक्सीडेंट इन्फेंट्री गुणों से भरपूर होती है। हल्दी हमारे शरीर में एलर्जी से लड़ने संक्रमण से लड़ने में भी काफी मदद करती है इम्यूनिटी को बढ़ाती है। और अदरक में भी एंटी ऑक्सीडेंट इनफ्लामेट्री कंपाउंड पाया जाता है इसके साथ ही एंटीवायरल जिजॉय से भरपूर अदरक हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है। दालचीनी पॉलीफेनॉल और प्लांट एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर दालचीनी आपकी इम्यूनिटी को दुरुस्त रखती है यह अपने एंटीवायरल और anti-fungal गुणों के कारण यह दवा का काम करती हैं।

Citres fruits का सेवन अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। कमजोर इम्यूनिटी वालों लोगों को विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन अवश्य करना चाहिए इससे इम्यूनिटी इतनी मजबूत हो जाएगी कि कोई भी वायरस आपको छू नहीं पाएगा। इसके अलावा अन्य उपाय भी अवश्य अपनाएं। इन नियमों का पालन अवश्य करें।

1. बाहर जाते समय मास्क अवश्य लगाएं। मास्क का प्रयोग अवश्य ही करें।
2.गंदे मास्क का प्रयोग बिल्कुल ना करें।
3.साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
4.हाथ, आंख, कान, नाक को बार-बार न छुएं और
5.अपने हाथों को 20 सेकंड तक साबुन से अच्छे से धोएं।
6.सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
7.दूरी मेंटेन करके रहें।
8.अपने शरीर की साफ-सफाई का भी अच्छे से ध्यान रखें।
9.प्रदूषित जगह और भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें
10.अच्छा पौष्टिक आहार अवश्य लें।

अंततः निष्कर्ष यह निकलता है कि अगर हम समय रहते ही अपने को योग प्राणायाम और आसनों और क्रियाओं से अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को इतना बढ़ाकर अपने शरीर को सुरक्षित रख सकते हैं। अच्छे पौष्टिक भोजन का सेवन करें तो हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और हम हर बीमारी से लड़ने के लिए तैयार रहेंगे।

योगा एक्सपर्ट अलका सिंह, नई दिल्ली