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Women’s ODI World Cup: इंग्लैंड को 71 रनों से हराकर ऑस्ट्रेलिया ने 7वीं बार जीता वर्ल्ड कप का खिताब, हीली और सिवर ने खेली रिकॉर्ड तोड़ पारी

Women’s ODI World Cup: ऑस्ट्रेलिया के लिए विकेटकीपर बैटर एलिसा हीली ने 170 रनों की एक शानदार पारी खेली और टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेटों पर 356 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने अपनी पारी में 138 गेंदों पर 26 चौके लगाए।

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम ने सातवीं बार वनडे वर्ल्ड (Womens World Cup) कप अपने नाम कर लिया है। इस महिला कंगारू टीम ने फाइनल मुकाबले में डिफेंडिंग चैंपियंस इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 71 रनों से हराकर चैंपियनशिप अपने नाम कर ली। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए 356 रनों का विशाल स्कोर बनाया था, जवाब में इंग्लैंड की टीम ने 43.4 ओवर में 285 रन बनाए। 285 रन बनाने के बाद टीम ऑल आउट हो गई। इंग्लैंड महिला टीम अपना पांचवा महिला वनडे विश्व कप खिताब जीतने से एक कदम पीछे रह गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए विकेटकीपर बैटर एलिसा हीली ने 170 रनों की एक शानदार पारी खेली और टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेटों पर 356 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने अपनी पारी में 138 गेंदों पर 26 चौके लगाए। यही नहीं, हीली ने पुरुष एवं महिला विश्व कप के फाइनल में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का नया रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज किया। एडम गिलक्रिस्ट (149, विश्व कप 2007), रिकी पोंटिंग (140, विश्व कप 2003) और विव रिचर्ड्स (138, विश्व कप 1979) का नंबर उनके बाद आता है।

इसके अलावा हीली की ओपनिंग पार्टनर राचेल हेन्स (93 गेंदों पर 68) और बेथ मूनी (47 गेंदों पर 62) ने भी उनका साथ मजबूती से दिया। यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया महिला विश्व कप फाइनल में सबसे अधिक स्कोर का रिकार्ड बनाने में सफल रहा। पुरुष और महिला विश्व कप फाइनल में ये दूसरा बड़ा स्कोर है। बता दें, इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ने विश्व कप 2003 के फाइनल में भारत के खिलाफ खेलते हुए दो विकेट पर 359 रन बनाए थे।

हीली ने हेन्स के साथ साझेदारी करते हुए पहले विकेट के लिए 160 और मूनी के साथ दूसरे विकेट के लिए 156 रन की बड़ी शतकीय पारियां खेलीं। मूनी को दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन बनाए रखने के लिए कप्तान मेग लैनिंग से ऊपर खेलने के लिए भेजा गया था। दर्शकों से खचाखच भरे हेगले ओवल के स्टेडियम में हीली ने अपनी जबरदस्त फॉर्म जारी रखी और नॉकआउट चरण में लगातार अपना दूसरा शतक पूरा किया। गौरतलब हो, हीली ने सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए 129 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया द्वारा खड़े किए गए 357 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही। केवल 38 रनों पर ही इंग्लैंड की दोनों ओपनिंग बैटर्स पवेलियन लौट गईं।

हालांकि, नटाली स्काइवर (Natalie Sciver) ने एक छोर संभाले रखा और 148 रनों की नाबाद शानदार शतकीय पारी खेली। लेकिन उनकी ये मेहनत कुछ काम नहीं आ सकी। दूसरी छोर से विकेट गिरते रहे और कोई भी खिलाड़ी ज्यादा देर तक नटाली का साथ नहीं निभा पाईं। अंत में इंग्लैंड की पूरी टीम 43.4 ओवर में 285 रनों पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने 12वें संस्करण में 7वीं बार महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम दर्ज कर लिया।