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शेन वॉर्न के निधन पर सुनील गावस्कर की टिप्पणी से भड़के लोग, कहा- ‘इंडियन टीम को बदनाम कर दिया’

Sunil Gavaskar Comment: भारत के खिलाफ उनका रिकॉर्ड बहुत सामान्य है। उन्होंने सिर्फ एक बार नागपुर में भारत के खिलाफ पारी में पांच विकेट लिए। भारत के खिलाफ क्योंकि उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है इसलिए मैं मुथैया मुरलीधरन को उनसे ऊपर रखूंगा।’

नई दिल्ली। किसी ने सच ही कहा कि जुबां से निकली हुई बात और म्यान से निकली हुई तलवार को कभी वापस नहीं लिया जा सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर किसी मसले से रूबरू कराए बिना ही क्यों और किस संदर्भ में उक्त कथन गढ़ा जा रहा है। तो आपको बताते चलें कि मौजूदा वक्त में उक्त कथन भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। अब आप पूछेंगे कि वो कैसे। तो वो ऐसे कि ऑस्ट्रेलिटयाई किक्रेट के दिग्गज खिलाड़ी व लेग स्पिनर शेन वॉर्न के निधन पर सुनील गवास्कर ने एक टीवी चैनल के दौरान कुछ ऐसा बोल दिया कि लोग अब उनकी सोशल मीडिया पर जमकर क्लास लगा रहे हैं। शेन वॉर्न के संदर्भ में की गई उनकी टिप्पणी लोगों को रास नहीं आ रही है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने दिवंगत खिलाड़ी शेन वॉर्न के बारे में ऐसा क्या कह दिया कि लोग अब उनकी जमकर क्ला लगा रहे हैं।

 

ऐसा क्या बोल गए गावस्कर

तो आपको बताते चलें कि एक टीवी चैनल से वार्ता के दौरान सुनील गावस्कर ने शेन वॉर्न के संदर्भ में कहा कि “वह हमेशा अपना जीवन खुल कर जीते थे. हमेशा मुझसे पूछते थे कि आप शाम को क्या कर रहे हैं? चलो एक साथ भोजन करें या ऐसा ही कुछ करें। वह हमेशा पूरी तरह से राजा की तरह जीवन जीते थे और उसने ऐसा किया और शायद इसलिए ही उन्होंने जीवन को इस तरह से जिया है। शायद यही कारण है कि उनका दिल इसे झेल नहीं सका और उनका इतनी जल्दी निधन हो गया।”

 खैर,  यहां तक तो गवास्कर की टिप्पणी पर किसी ने भी आपत्ति नहीं जताई, लेकिन इसके आगे उन्होंने जो कहा, उसे लेकर अब उन्हें लोगों के कहर का शिकार होना पड़ रहा है। उन्होंने शेन वॉर्न के बारे में कहा कि ‘नहीं, मैं नहीं मानूंगा कि शेन वॉर्न सर्वकालिक महान गेंदबाज हैं। मेरे लिए भारतीय स्पिनर और मुथैया मुरलीधर बेशक, शेन वॉर्न से बेहतर स्पिनर हैं। चूंकि आप भारत के खिलाफ उनके रिकॉर्ड्स को देखिए। भारत के खिलाफ उनका रिकॉर्ड बहुत सामान्य है। उन्होंने सिर्फ एक बार नागपुर में भारत के खिलाफ पारी में पांच विकेट लिए। भारत के खिलाफ क्योंकि उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है इसलिए मैं मुथैया मुरलीधरन को उनसे ऊपर रखूंगा।’ उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि आईपीएल का पहला सीजन शानदार था क्योंकि उसमें बहुत बड़े नाम नहीं थे। वॉर्नी ने प्रतिभा तलाशने में बहुत अहम काम किया। और जहां तक कहा जाता है कि वह सर्वश्रेष्ठ कप्तान थे जो जिन्होंने कभी ऑस्ट्रेलिया की कमान नहीं संभाली।  गवास्कर की टिप्पणी लोगों को रास नहीं आई है, जिसकी वजह से अब उन्हें लोगों के कहर का शिकार होना पड़ रहा है। आइए, आगे हम आपको सोशल मीडिया पर आई लोगों की रोषपूर्ण प्रतिक्रियाओं के बारे में बताए चलते हैं।