नई दिल्ली। भारतीय फ्रीस्टाइल रेसलर साक्षी मलिक का जन्म 3 सितंबर 1992 में हुआ था, साक्षी आज अपना 30वां जन्मदिन मना रही है। रेसलर के पिता दिल्ली परिवहन निगम में बस कंडक्टर है और मां सुदेश मलिक रोहतक में आंगनबाड़ी सुपरवाइजर है। साक्षी के दादा जी भी पहलवान थे। अपने दादा से प्रेरित होकर ही साक्षी ने कुश्ती में अपना करियर बनाने का निश्चय किया क्योंकि साक्षी को पहलवानों की ड्रेस पसंद थी। देश की बेटी साक्षी ने कई मौकों पर देश का नाम रौशन किया है। और हर लड़की इन्हें अपनी प्रेरणा मानती है,आईए रेसलर के जन्मदिन के मौके पर जानते है इनसे जुड़े कुछ खास बातें-
साक्षी की उपलब्धियां
साक्षी ने साल 2010 में जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 58 किग्रा फ्री स्टाइल में पहली बार खिताब जीता। इस मेडल ने उन्हें भारत के लिए मेडल जीतने पर उनके दृढ़ निश्चय को और बढ़ा दिया,और उनके संकल्प को मजबूत कर दिया। ग्लासगो में आयोजित 2014 राष्ट्रमंडल खेलो में साक्षी ने सिल्वर मेडल जीता। इसके साथ ही 2016 के रियो ओलंपिक में साक्षी रेसलिंग में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। इससे पहले महिला कुश्ती में भारत को कभी मेडल नहीं मिला था। साल 2017 में एशियन चैंपियनशिप, जो कि भारत में आयोजित हुआ था उसमें साक्षी ने सिल्वर मेडल जीता था।
कुश्ती छोड़ने का किया फैसला
साल 2017 के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद साक्षी का हौसला टूट सा गया और उन्होंने कुश्ती छोड़ने का फैसला लिया था। जिसके बाद साक्षी के कोच और उनके परिवार वालों ने उन्हें हिम्मत दी और इस मुश्किल घड़ी से लड़ने की ताकत दी। इसके बाद साल 2022 में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम में साक्षी ने गोल्ड मेडल जीता और अपनी जीत का परचम लहराया, साक्षी की इस उपलब्धि देश की हर बेटी के लिए प्रेरणादायक है।