मुंबई। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (RCB) के खिलाफ मंगलवार को 23 रन से टीम की पहली जीत के बाद नाबाद 95 रन की पारी खेलने वाले बल्लेबाज शिवम दुबे ने बताया कि, जब वे मैच खेल रहे थे तो उनके मन में खेल के प्रति कोई भय नहीं था, जिस वजह से उन्होंने लंबी पारी खेली। केकेआर के खिलाफ सीजन के शुरुआती मैच में दुबे केवल तीन रन बना सके और सीजन के चौथे मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फिर से तीन रन बनाए। बीच के मैचों में उन्होंने एलएसजी के खिलाफ 49 रन और पीबीकेएस के खिलाफ 57 रन बनाए थे। मंगलवार को 28 वर्षीय बल्लेबाज दुबे ने नाबाद 95 रन की पारी खेली और टीम को जीत की ओर ले जाने के लिए एक बड़ा स्कोर स्थापित करने में मदद की।
शिवम दुबे ने जीत के बाद कहा, “टीम ने मेरा खेल के प्रति मनोबल बढ़ाया, मैं हमेशा अपने खेल का समर्थन करता हूं। मुझे लगता है कि मैं जिस गेंद को हिट कर सकता हूं, मैंने उस गेंद को हिट किया, जो छक्के और चौके में जाकर तब्दील हुआ। मैं बड़े शॉट खेलता चला गया, जिससे मेरा मनोबल और बढ़ गया।”
दुबे और उथप्पा की 165 रनों की साझेदारी के साथ सीएसके की यह सीजन में पहली जीत थी। साझेदारी को लेकर दुबे ने कहा, “मैं सिर्फ गेंद पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रहा था क्योंकि बल्लेबाजी करते समय टीम के लिए बड़ा स्कोर बनाना मेरा लक्ष्य था। हमने वास्तव में अच्छी शुरूआत की, मैं उथप्पा के साथ साझेदारी का आनंद ले रहा था।” उथप्पा ने दुबे की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने बाएं हाथ के बल्लेबाज को स्पिनरों को अच्छे से खेलने के लिए कहा था।
जानिए कौन है शिवम दुबे-
आइए, आपको बताते है कि शिवम दुबे के बारे में जिसने इस सीजन में चेन्नई को जीत का पहला स्वाद चखाया है। शिवम दुबे का जन्म 26 जून 1993 को मुंबई में हुआ था। क्रिकेट खेलना उनका शुरू से ही शौक रहा था। अपने इसी शौक को वे अपना पेशा बनाने चाहते थे। लेकिन अफसोस महज 14 साल की उम्र में ही अपने मोटापे की वजह से उन्हें क्रिकेट से तौबा करना पड़ गया। हालांकि, मोटापे से छुटकारा पाने के लिए उन्हें साधनों की आवश्यकता थी, उसे प्राप्त करने के लिए उनके पास पैने नहीं थे। हालांकि उन्होंने अपने दम पर मेहनत की और पांच साल बाद दोबारा क्रिकेट खेलना शुरू किया और लौटते ही मुंबई अंडर-23 टीम में जगह हासिल कर ली।
बेशक वे मौटापे के शिकार हो चुके थे, लेकिन उनका लंबा कद उनकी ताकत बना और वे बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने लगे, जबकि तेज गति से गेंदबाजी करते हैं। मुंबई की टीम को एक अच्छे ऑलराउंडर की तलाश थी और इसी का फायदा मिला जिसके दम पर उन्होंने 2016 में घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में डेब्यू किया। फिर अगले साल लिस्ट-ए (घरेलू वनडे) में आगाज किया और आखिरकार 2017 में सबसे बड़े घरेलू प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी मुंबई टीम में एंट्री हासिल कर ली।