नई दिल्ली। ये सच है कि पाकिस्तान में क्रिकेट की दीवानगी भी खूब रहती है। ऐसे में वहां क्रिकेट के क्षेत्र में नए टैलेंट की भी कभी कमी नहीं देखी गई। हालांकि वहां का सिस्टम ही ऐसा है कि उस सिस्टम की वजह से पाकिस्तान क्रिकेट दुनिया में बाकी देशों के मुकाबले काफी पीछे रह गया। बता दें कि पाक क्रिकेट के सिस्टम को लेकर पाकिस्तान के ही पूर्व क्रिकेटर रमीज राजा ने कहा है कि, पाकिस्तान क्रिकेट को दोबारा विचार की करने की जरूरत है। वहीं रमीज राजा ने पाक क्रिकेट टीम के जिंबाब्वे दौरे को लेकर कहा है कि, जिस तरह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जिंबाब्वे दौरे पर मजबूत खिलाड़ियों को भेजने का फैसला किया है, वो ‘एक कदम आगे बढ़ने के साथ दो कदम पीछे’ होने वाला साबित हुआ। पूर्व क्रिकेटर राजा ने कहा कि पाकिस्तान को चाहिए था कि वो नए खिलाड़ियों के साथ प्रयोग करे।
बता दें कि पाकिस्तान ने जिंबाब्वे का टेस्ट सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया था जबकि टी20 इंटरनेशनल सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। इस दौरे पर सीनियर खिलाड़ियों को ले जाने को लेकर रमीज राजा ने कहा कि, भले ही आप जिंबाब्वे दौरे को हार जाते लेकिन इस बीच ये पता तो चलता कि, आखिर किस खिलाड़ी में कितनी क्षमता है। इसके अलावा बाकी खिलाड़ियों को मौका भी मिलता। क्योंकि पुराने खिलाड़ियों को तो पता है कि वो टीम में क्या लेकर आ सकते हैं।
भारत में क्रिकेट को लेकर रमीज राजा ने कहा कि, पाक में क्षमतावान खिलाड़ियोंं की कमी है। हमारे पास सचिन, धोनी जैसे खिलाड़ी नहीं है। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन में 50 फीसदी गिरावट आने के बाद भी वो काफी उपयोगी हैं। इस कमी के चलते हमारे मैच हारने के अवसर बढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान के सिस्टम को दोबारा सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सोच ऐसी नहीं है कि कैसे टीम का निर्माण करना है। राजा ने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैंने टी20 क्रिकेट में 40-45 साल की उम्र के खिलाड़ियों को खेलते हुए नहीं देखा है। इसका असर काफी होता है। क्योंकि आपके रिफ्लेक्स धीमे पड़ जाते हैं और भले ही आप विश्व स्तर के खिलाड़ी हो, लेकिन आपका प्रदर्शन 50 प्रतिशत तक गिर जाता है, जो टीम के लिए नुकसान करता है।’ रमीज राजा ने कहा कि, पाक को नए खिलाड़ियों के साथ आगे बढ़ना चाहिए।