newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Roger Federer: गौ माता के परम भक्त हैं रोजर फेडरर, तभी तो भेंट में मिली गाय का नाम ‘गंगा’ रखा था

Roger Federer: वैसे तो आपने रोजर का कोर्ट के अंदर का खेल बहुत बार देखा होगा। लेकिन उनकी जिंदगी में और भी कई प्ररेणाओं से भरी हुई है। फेडरर के गाय प्रेम भारत में बहुत कम लोगों को पता होगा, लेकिन हम आपको बता दें कि दुनिया के ये सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी गाय माता से खासा लगाव रखता है।

नई दिल्ली। बीते गुरुवार को स्विट्जरलैंड के दिग्गज टेनिस प्लेयर रोजर फेडरर ने संन्यास का ऐलान कर दिया। 41 वर्षीय रोजर फेडरर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए इसकी घोषणा की है। उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते लंदन में लीवर कप उनके लिए आखिरी विदाई टूर्नामेंट होगा। इस फैसले के बाद दुनिया में टेनिस के एक स्वर्णिम युग का अंत भी हो जाएगा। रोजर फेडरर टेनिस जगत से सबसे उमदा स्टार खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने अपने करियर में 103 एटीपी सिंगल्स खिताब जीते हैं। इस मामले में वर्तमान समय में रोजर दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हैं। अपने संन्यास की घोषणा करते हुए रोजर फेडरर ने 2 पेज का इमोशनल लेटर भी अपने चाहने वालों के साथ साझा किया।

रोजर का गौ माता प्रेम

रोजर फेडरर के उनके देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में चाहने वाले हैं। वो दुनिया के किसी भी कोने में खेल रहे हो, फैंस उनका सपोर्ट करने के लिए वहां पहुंच जाते हैं। वैसे तो आपने रोजर का कोर्ट के अंदर का खेल बहुत बार देखा होगा। लेकिन उनकी जिंदगी में और भी कई प्ररेणाओं से भरी हुई है। फेडरर के गाय प्रेम भारत में बहुत कम लोगों को पता होगा, लेकिन हम आपको बता दें कि दुनिया के ये सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी गाय माता से खासा लगाव रखता है। साल 2003 में पहली बार विंबलडन जीतने के बाद गस्टाड ओपन के आयजकों ने उनकी इसी बात को ध्यान में रखते हुए एक गाय गिफ्ट की थी। फेडरर ने इस गाय का नाम गंगा रखा था। इससे पहला उसका नाम जूलियट था।

जानकारी के लिए बता दें कि रोजर के देश स्विट्जरलैंड में गाय राष्ट्रीय पशु है। इसके साथ ही वहां के प्रयटकों को भी गौ माता खूब लुभाती है। साल 2003 के अलावा 2013 में भी गर्मियों में जब रोजर ने एक बार फिर से गस्ताद खेलने का फैसला किया था तो इस दौरान उन्हें एक और गाय भेंट की गई थी जिसका नाम देसारी था।