नई दिल्ली। भारतीय ग्रैंडमास्टर और प्रज्ञानानंदाने फिडे विश्व कप शतरंज टूर्नामेंट में कमाल कर दिखाया है। दरअसल, उन्होंने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन बराबरी पर रोक दिया। 18 साल के इस खिलाड़ी ने अपने अनुभव का सहारा लेकर शानदार प्रदर्शन किया जिसे देखकर उनके प्रशंसक मंत्रमुग्ध हो गए। हालांकि, उन्होंने सफेद मोहरों से खेलते हुए विरोधी खिलाड़ी को 35 चाल के बाद ड्रॉ के लिए राजी कर दिया था।
The first game of the FIDE World Cup final between Indian chess grandmaster R Praggnanandhaa and world champion Magnus Carlsen ends in a draw after 35 moves.
Magnus will be White in tomorrow’s second classical game, says International Chess Federation (FIDE)
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— ANI (@ANI) August 22, 2023
वहीं, अब बुधवार को दूसरी बाजी में कार्लसन सफेद मोहरों से मैच का आगाज करेंगे। उनके ऐसा करने से वो फायदे की स्थिति में रहेंगे। प्रज्ञानानंदा की काबिलियत का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि उन्होंने दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना को 3.5-2.5 से मात देकर फाइनल में अपनी जगत सुनिश्चित की है। प्रज्ञानानंदा महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद फाइलन में जगह बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि वो 2024 में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं।
आपको बता दें कि प्रज्ञाननंदा बाकू शतरंज की बिसात में जब कमाल पर कमाल कर रहे थे, तो एक कोने में उनकी मां की आंखों में खुशी के आंसू साफ झलक रहे थे। अठारह साल के प्रज्ञाननंदा विश्व कप के फाइनल में पांच बार के चैंपियन मैग्नस कार्लसन को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। बहरहाल, अब आगामी मैच में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।