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Who is Pooja Vastrakar: पाकिस्तान को धूल चटाने वाली पूजा वस्त्राकर के संघर्ष की अनसुनी कहानी

Who is Pooja Vastrakar: महिला वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के मुकाबले में धमाकेदार बैटिंग करने वाली इस खिलाड़ी की कहानी फिल्मी है। आज भले ही पूजा वस्त्रकार इंटरनेशनल क्रिकेट में बड़ा नाम है, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए बेहद परेशानियां झेलनी पड़ीं।

नई दिल्ली। भारत की महिला क्रिकेट टीम ने अपने वर्ल्ड कप अभियान का आगाज़ आज जीत के साथ किया। भारत की बेटियों ने पाकिस्तान को पटखनी देते हुए वर्ल्ड कप के पहले मैच में 107 रनों से जीत दर्ज की। भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पाकिस्तान को 245 रनों का लक्ष्य दिया जिसका पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम महज़ 137 रनों पर ढ़ेर हो गई। इस मैच में जिन महिला खिलाड़ियों के नाम की सबसे ज्यादा चर्चा रही उनमें से एक हैं पूजा वस्त्राकर, जिन्होंने 67 रन बनाकर एक वक्त पर लड़खड़ा रही भारतीय बल्लेबाज़ी को 244 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई या एक तरह से यूं कहें कि उन्होंने भारत की डूबती नांव को बचा लिया। पूजा की इस शानदार पारी की एक खास बात ये थी कि वो अपने पहले वर्ल्ड कप का पहला मैच ही खेल रही थीं।

कोच आशुतोष श्रीवास्तव ने बदली किस्मत

महिला वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के मुकाबले में धमाकेदार बैटिंग करने वाली इस खिलाड़ी की कहानी फिल्मी है। आज भले ही पूजा वस्त्रकार इंटरनेशनल क्रिकेट में बड़ा नाम है, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए बेहद परेशानियां झेलनी पड़ीं।शहडोल जैसे शहर में उन दिनों लड़कियों के लिए प्रैक्टिस की खास सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन वो कहते हैं ना कि बहता हुआ पानी अपना रास्ता खुद ही तलाश कर लेता है.पूजा को भी रास्ता मिल गया। एक दिन पूजा के खेल पर कोच आशुतोष श्रीवास्तव की नजर पड़ी और उनकी किस्मत पलट गई।पारिवारिक ज़िम्मेदारियां भी पूजा की ज़िंदगी में चुनौती बनकर सामने आईं। अपने 7 भाई-बहनों में सबसे छोटी पूजा ने 10 साल की उम्र में ही अपनी मां को खो दिया था। जिंदगी उस दौरान बिल्कुल आसान नहीं थी,उनके पिता, BSNL के पूर्व कर्मचारी हैं, उन्होंने ही बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी निभाई।

चोटों की वजह से खेल पर पड़ा असर

जिस एक चीज़ ने पूजा को सबसे ज्यादा परेशान किया वो थी उनकी चोटें। ये चोटें उनके करियर को शुरू होने से पहले ही खत्म करने की क्षमता रखती थीं। साल 2016 में पूजा चोटिल हो गईं जिसके चलते 2017 में हुए वनडे वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले सकी थीं।2018 में उन्हें पहली बार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम में शामिल किया गया। उनका ODI डेब्यू यहीं हुआ, लेकिन इसके बाद फिर चोट ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। टी20 वर्ल्ड कप के दौरान उनके घुटने में फिर चोट लगी और वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा। उनके दोनों घुटनों का ऑपरेशन हुआ और NCA में रिहैब सेंटर में रहीं। ऐसा लगा कि बार-बार चोट के कारण पूजा का करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगा, लेकिन उन्होंने 2019 में एक बार फिर वापसी की और जैसा कि पूरे देश ने देखा आज पूजा ने भारत की पारी को ऐसे मोड़ पर संभाला जब स्थिति बेहद नाज़ुक बनी हुई थी।