नई दिल्ली। यूं तो भारत बनाम इंडिया की लड़ाई को आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से ही अहम माना जा रहा था, लेकिन अब यह लड़ाई भारतीय क्रिकेट में दखल दे चुकी है। दरअसल, बीसीसीआई ने आज 5 अक्टूबर से शुरू होने जा रहे वर्ल्ड कप का ऐलान कर दिया है। हालांकि, टीम में किसी भी प्रकार का फेरबदल नहीं किया गया है। एशिया कप में खेल रहे सभी खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप में भी मौका दिया गया है, लेकिन आगामी 29 सितंबर तक टीम में बदलाव की गुंजाइश बनी हुई है, मगर उससे पहले किसी भी टीम को ऐसा कदम उठाने से पहले आईसीसी की मंजूरी लेनी होगी। अगर आईसीसी की ओर से मंजूरी मिलती है, तभी यह बदलाव संभव हो सकेगा। उधर, वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान होते ही भारत बनाम इंडिया को लेकर राजनीति तेज हो चुकी है। दरअसल, एक तबका लगातार टीम इंडिया का नाम भारत टीम किए जाने की मांग कर रहा है। पहले तो इस पर वीरेंद्र सहगाव ने प्रतिक्रिया दी, लेकिन अब सुनील गावस्कर का भी बयान सामने आया है। बता दें कि वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कह कहा कि, ‘टीम इंडिया नहीं #Teamभारत. इस विश्व कप में जब हम कोहली, रोहित, बुमरा, जड्डू के लिए जयकार कर रहे हैं, तो उम्मीद है कि हमारे दिल में भारत हो और खिलाड़ी जर्सी पहनें जिस पर “भारत” लिखा हो।’
Team India nahin #TeamBharat.
This World Cup as we cheer for Kohli , Rohit , Bumrah, Jaddu , may we have Bharat in our hearts and the players wear jersey which has “Bharat” @JayShah . https://t.co/LWQjjTB98Z— Virender Sehwag (@virendersehwag) September 5, 2023
वहीं, अब सुनील गावस्कर की ओर से भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने टीम इंडिया का नाम भारतीय टीम किए जाने का समर्थन किया है। गावस्कर ने कहा कि, ‘भारत नाम हमारे देश का मूल है। यह नाम हमारी संस्कृति को परिलक्षित करता है, लेकिन आज तक ना ही बीसीसीआई ओर से और ना ही सरकार की ओर से इस नाम का आधिकारिक ऐलान किया गया। वैसे भी मुझे नहीं लगता है कि भारत का नाम आधिकारिक रूप से ऐलान किए जाने से किसी को कोई आपत्ति होगी।
बता दें कि भारत बनाम इंडिया की लड़ाई तब शुरू हुई थी, जब कर्नाटक में विपक्षी दलों की बैठक में यूपीए का नाम इंडिया कर दिया गया था। जिसका बीजेपी की ओर से विरोध किया गया था। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां तक कह दिया था कि यह गठबंधन घमंडिया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी इंडिया गठबंधन से डर गए हैं। बहरहाल, अब यह सियासी लड़ाई आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जी-20 सम्मेलन के लिए जारी किए गए निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ नाम रखा गया है, जिस पर कांग्रेस की ओर से आपत्ति जताई गई है।