नई दिल्ली। भारत ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपना पहला पदक जीत लिया है। भारत को पहला पदक दिलाने वाले खिलाड़ी का नाम संकेत महादेव सरगर है। उन्होंने भारत को राष्ट्रमंडल खेलों में 55 किग्रा भारवर्ग में पहला रजद पदक दिलाया। ऐसा करके इस खिलाड़ी ने इतिहास रच दिया। हालांकि क्लीन एंड जर्क के दूसरे राउंड में वो चोटिल हो गए थे लेकिन फिर भी उन्होंने हौसला कायम रखा और जीत के लिए भरपूर प्रयास किया। भारत को रजद पदक दिलाने के बाद कई लोग सोशल मीडिया में संकेत महादेव सरगर के बारे में जानने के लिए बेताब दिख रहे हैं। अब हर जगह उनकी चर्चा होने लगी है।
शर्मीले स्वभाव के हैं संकेत
संकेत महादेव अभी तक तीन बार राष्ट्रीय चैंपियन और बीते साल राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में रजद पदक भी जीत चुके हैं। संकेत महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाले हैं और वर्तमान में उनकी उम्र मजह 22 साल है। बताया जाता है कि वो काफी शर्मीले स्वभाव के इंसान हैं और मुकाबले के दौरान भी संकेत अपने टीम स्टाप के अलावा किसी से बात नहीं करते हैं।
पिता की मदद करना चाहता हूं- संकेत महादेव
अपने अभ्यास के अलावा संकेत सांगली में उनके पिता की पान की दुकान और खाने की दुकान में काम भी करते हैं। फिलहाल अब उनकी चाहत है कि वो अपने पिता को आराम करते हुए देखें। संकेत ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि ‘अगर मैं स्वर्ण जीत लेता हूं तो अपने पिता की मदद करूंगा। उन्होंने मेरे लिए काफी दुख उठाए हैं। मैं अब उन्हें खुशियां देना चाहता हूं।’
तोड़ा था राष्ट्रीय रिकॉर्ड
बीते साल अक्तूबर में संकेत सरगर को एनआईएस पटियाला में भारत का प्रतिनिधत्व करने के लिए चुना गया था और खेलों इंडिया यूथ गेम्स में 2020 में और खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में स्वर्ण पदक भी जीता था। इसके अलावा उन्होंने इस साल फरवरी में वेटलिफ्टिंग के दौरान कॉमनवेल्थ और राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ दिया था। संकेत ने सिंगापुर वेटलिफ्टिंग इंटरनेशनल में 256 किग्रा, स्नेच में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 143 किग्रा उठाकर ये कारनामा किया था।