
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को देखते हुए कुछ विदेशी मीडिया में खबरें चलीं कि लद्दाख में चीन ने माइक्रोवेब हथियारों से हमला किया है। इन खबरों को विदेशी मीडिया के ट्विटर हैंडल से सोशल मीडिया पर वायरल होते देखा गया। वायरल हो रही खबर में कहा गया है कि, लद्दाख सीमा से भारतीय सेना को पीछे हटने के चीन ने माइक्रोवेव हथियार का इस्तेमाल किया है। विदेशी मीडिया में चल रही इस खबर को लेकर मंगलवार को भारतीय सेना और प्रेस सूचना ब्यूरो ने सफाई देते हुए इसे फर्जी बताया है। बता दें कि माइक्रोवेव हथियार का इस्तेमाल चीन इंसानों को तड़पने के लिए मजबूर कर सकता है। इसका प्रयोग काफी घातक होता है और इंसान इसकी चपेट में आने से तड़प-तड़प कर मरता है। ये हथियार इलेक्ट्रानिक और मिसाइल सिस्टम को भी तबाह कर सकता है।
बता दें कि माइक्रोवेब गन के इस्तेमाल को लेकर द टाइम्स ने कहा है कि इसके इस्तेमाल के 15 मिनट बाद ही भारतीय सैनिक उल्टी करने लगे और उन्हें चोटी को छोड़कर वापस जाना पड़ा। द टाइम्स ने तो यहां तक कह दिया कि दुनिया में इस तरह के हथियार का अपने शत्रु सेना पर इस्तेमाल का यह पहला उदाहरण है।
Some international news portals have published misleading headlines and reported baseless claims related to India-China border stand-off in Ladakh. #PIBFactCheck: This claim is #Fake. @adgpi has clarified that no such incident has taken place. Beware of such #misinformation. pic.twitter.com/EoH4CH3X13
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 17, 2020
इस खबर के वायरल होने के बाद भारतीय सेना की तरफ से सफाई दी गई है। सेना का कहना है कि ये खबर पूरी तरह से फर्जी और बकवास है। भारतीय सेना ने अपने ट्वीट में कहा कि “कुछ अंतरराष्ट्रीय समाचार पोर्टलों ने भ्रामक खबरें प्रकाशित की हैं और लद्दाख में भारत-चीन सीमा स्टैंड से संबंधित आधारहीन दावों की सूचना दी है। यह फर्जी खबर है। ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।”
Media articles on employment of microwave weapons in Eastern Ladakh are baseless. The news is FAKE. pic.twitter.com/Lf5AGuiCW0
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) November 17, 2020
भारतीय सेना के अलावा प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो ने भी चीनी हमलों के इस दावे को खारिज कर दिया है। आखिर में आपको बता दें कि पड़ताल में पाया गया है कि ये खबर पूरी तरीके से निराधार है। न्यूज साइट पर वायरल हो रही खबरों की जांच के बाद ये खबर पूरी तरह फर्जी है। सच ये है कि चीन ने भारतीय सैनिकों पर इस तरह के किसी भी प्रकार के हथियार का कोई प्रयोग नहीं किया है।