काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) को भले ही सेना से टक्कर न मिली हो लेकिन पंजशीर के लड़ाके उसके लिए गले की फांस बन गए हैं। एक ओर जहां तालिबान के कब्जे से बचे हुए पंजशीर प्रांत (Panjshir valley) को अहमद मसूद (Ahmad Massoud) ने तालिबान को न देनें और उसके सामने सरेंडर करने से इंकार किया है तो वहीं अब पंजशीर लड़ाकों ने बड़ी संख्या में तालिबानियों को मारने का दावा किया है। पंजशीर के लड़ाकों का कहना है कि घात लगाकर अंजाम दिए गए इस हमले में तालिबान का काफी नुकसान हुआ है। बता दें, तालिबान ने अफगानिस्तान के पंजशीर में अपने खिलाफ बन रही मोर्चेबंदी को कुचलने के लिए करीब 3000 अपने लड़ाकों को वहां भेजा था। जिसके बाद पंजशीर की तरफ जाने वाले अंद्राब वैली में तालिबान और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच गोलबारी हुई। ऐसा माना जा रहा है इस लड़ाई में अहमद मसूद की कमान वाली रेजिस्टेंस फोर्स ने तालिबान को काफी नुकसान पहुंचाया है।
Talibs have massed forces near the entrance of Panjshir a day after they got trapped in ambush zones of neighboring Andarab valley & hardly went out in one piece. Meanwhile Salang highway is closed by the forces of the Resistance. “There are terrains to be avoided”. See you.
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 22, 2021
घटना पर उप राष्ट्रपति ने किया ट्वीट
वहीं इस घटना पर अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अंदराब घाटी के एम्बुश जोन में फंसने और बड़ी मुश्किल से एक पीस में बाहर निकलने के एक दिन बाद तालिबान ने पंजशीर के प्रवेशद्वार पर फोर्स लगा दी है. हालांकि इस बीच सलांग हाइवे को विद्रोही ताकतों ने बंद कर दिया है. ये वे रास्ते हैं जिनसे उन्हें बचना चाहिए, फिर मिलते हैं।’
अहमद शाह के हाथ में पंजशीर
तालिबान की ओर से लगातार अपने कब्जाए गए क्षेत्र का प्रसार कर रहा है। इसी क्रम में उसने अपने कब्जे से बचे रह गए पंजशीर प्रांत (Panjshir valley) पर जीत हासिल करने के लिए अभियान तेज कर दिया है। तालिबान के लड़ाकों द्वारा अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह को सरेंडर करने या अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी जिसपर अब अहमद मसूद (Ahmad Massoud) का पलटवार करते हुए कहा है कि वो अपने अधीन आने वाले इलाकों को तालिबान को नहीं देगा और न ही उसके सामने सरेंडर करेगा।