नई दिल्ली। विदेशी सेनाओं द्वारा अफगानिस्तान (Afghanistan) से वापसी का दौर जारी है इस बीच तालिबान (Taliban) ने अपनी सरकार की जड़े मजबूत करने के लिए कई बदलाव लाने शुरू कर दिए हैं। इस कड़ी में अब तालिबान ने कंधार समेत अफगानिस्तान के कई इलाकों के लिए एक फरमान जारी किया है जिसके मुताबिक अब अफगानिस्तान में अफीम (Opium) की खेती नहीं की जा सकेगी। तालिबान की ओर से इसकी खेती पर रोक लगा दी गई है। तालिबान का ये फरमान अफगानिस्तान के कई गांवों में किसानों को सुनाया गया है कि अब वो अफीम की खेती ना करें, क्योंकि इसे देश में बैन किया जा रहा है। वॉल स्ट्रीट जरनल की खबर के मुताबिक, अफगानिस्तान में अफीम की सबसे ज्यादा खेती कंधार और आसपास के इलाके में की जाती हैं। जिसे अब रोकने के लिए कहा गया है।
तालिबान के इस फरमान का असर
तालिबान के इस जारी किए गए फरमान का असर भी दिखने लगा है। अफगानिस्तान के बाज़ार में अफीम की कीमत बढ़ गई है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इसका ज़िक्र किया था कि तालिबान के राज में ड्रग्स को इजाजत नहीं मिलेगी। तालिबान के ऐलान के बाद अफीम का दाम 70 डॉलर प्रति किग्रा. से सीधा 200 डॉलर प्रति किग्रा. तक पहुंच गया है।
इस बिजनेस का सबसे बड़ा हिस्सेदार रहा है तालिबान
तालिबान का अफीम को लेकर लिया गया ये फैसला इसलिए भी हैरान करता है क्योंकि तालिबान खुद इस बिजनेस का लंबे समय तक हिस्सेदार रहा है। अफगानिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में अफीम की खेती पर तालिबान वसूली करता था जो की इसकी कमाई का बड़ा जरिया था।