नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबानी शासन आने के साथ ही आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। बीते कई दिनों से तालिबानी शासन के खिलाफ काबुल समेत अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं। लेकिन खास बात ये है कि इन प्रदर्शनों की अगुवाई महिलाएं कर रही हैं। वहीं महिलाओं के प्रदर्शन से नाराज तालिबान का गुस्सा आम लोगों और उन प्रदर्शनों को कवर कर रहे पत्रकारों पर पर टूट पड़ा है। सरकार में हिस्सेदारी की मांग कर रही महिलाओं का प्रदर्शन भले ही छोटा हो लेकिन तालिबान पर इसका गहरा असर पड़ रहा है। ऐसे में तालिबान के लड़ाकों द्वारा न सिर्फ महिलाओं को पीटा गया बल्कि वहां मौजूद पत्रकारों से भी बर्बरता की गई।
बता दें, तालिबान की ओर से सरकार गठन किया जा चुका है। सरकार गठन के ऐलान के साथ ही तालिबान ने इसे लेकर भी ऐलान कर दिया है कि बिना सरकार की इजाजत के किसी तरह के प्रदर्शन नहीं किया जा सकता।
“Do not recognise the Taliban or legitimise them”
A 2nd day of protests held by brave women in Kabul. The West & countries in the region have already abandoned Afghan women. But their recognition of the Taliban could make things even worse for them
Don’t abandon Afghan women pic.twitter.com/VzvWIyxSjN
— Masih Alinejad ?️ (@AlinejadMasih) September 4, 2021
वहीं प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ तालिबान लड़ाकों को मारपीट करते देखा जा सकता है। महिलाओं और पत्रकारों को डंडों और रायफल की की बट से तालिबान के लड़ाकों पीटते दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं कई पत्रकारों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
किस लिए प्रदर्शन कर रही है महिलाएं
अफगानिस्तान में महिलाओं का प्रदर्शन इसलिए भी किया जा रहा है क्योंकि जब से वहां तालिबानी सरकार आई है। महिलाओं के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। उन्हें स्कूल-कॉलेज में लड़के-लड़कियों को अलग-अलग पढ़ाने, पहनावे को लेकर रोक के साथ ही महिलाएं के कामकाजी होने पर भी कई तरह की रोक लगाई गई है। महिलाएं इससे भी नाराज है कि जब तालिबान ने कहा था कि वह अपनी सरकार में महिलाओं को हिस्सेदारी देगा तो वो अब महिलाओं को सरकार में स्थान क्यों नहीं दे रहा।