काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के शासन को एक-एक कर ताकतवर देश अच्छा बताने में जुट गए हैं। सोमवार को चीन ने तालिबान शासन को मान्यता दी थी। अब रूस ने उसकी तारीफ की है। रूस का कहना है कि तालिबान के आने के बाद काबुल में आम लोगों की सुरक्षा ज्यादा अच्छी हो गई है। अफगानिस्तान में रूस के राजदूत दिमित्री झिरनोव ने मॉस्को से चलने वाले रेडियो स्टेशन एको मॉस्किवी को बताया कि तालिबान ने काबुल को पहले के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित बना दिया है।
झिरनोव ने कहा कि तालिबान ने अब तक जो कदम उठाए हैं, उससे वह प्रभावित हैं। रूसी राजदूत ने तालिबान के नजरिए को अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि काबुल में हालात ठीक हैं और अशरफ गनी सरकार के मुकाबले ज्यादा शांति है। रूसी राजदूत ने कहा कि गनी के भाग निकलने के बाद काबुल में अव्यवस्था फैल गई थी। लुटेरे बाहर निकल आए थे। तालिबान ने इन सभी को वापस दुबक जाने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया कि रूस के दूतावास में उनके समेत करीब 100 कर्मचारी हैं और तालिबान ने दूतावास की सुरक्षा कड़ी कर दी है।
बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान में शासन करने के लिए रूस की सेना से जंग लड़ी थी। उस जंग में जीतने के बाद आतंकी संगठन के तत्कालीन नेताओं ने काबुल पर कब्जा कर उस वक्त अफगानिस्तान के राष्ट्रपति रहे मोहम्मद नजीबुल्लाह को फांसी पर लटका दिया था। जिसके बाद से रूस ने अफगानिस्तान में दोबारा तभी कदम रखा, जब 9/11 के बाद अमेरिका ने काबुल और बाकी देश से तालिबान को मार भगाया। अब रूस का तालिबान के प्रति रुख बदल गया है। जिस तालिबान के हाथों उसे मुंह की खानी पड़ी थी, उसी की तारीफ रूस के राजदूत कर रहे हैं।