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Shehbaz Sharif On Kashmir: ईद पर भी कश्मीर मसले पर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने उगला जहर, जानिए कैसे मुस्लिमों को भड़काने की कोशिश की

Shehbaz Sharif On Kashmir: पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ को बीते दिनों ही उसके पुराने दोस्त सऊदी अरब ने जम्मू-कश्मीर के मसले पर झटका दिया, लेकिन पाकिस्तान के पीएम को इससे शायद सबक नहीं मिला। अब ईद के मौके पर शहबाज शरीफ ने एक बार फिर जहर उगला है।

इस्लामाबाद। खस्ता माली हालत और आम लोगों के लिए महंगाई का दंश। इसके बावजूद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने ईद के मौके पर फिर जहर उगला है। ईद की बधाई के साथ ही शहबाज शरीफ ने फिलिस्तीन और जम्मू-कश्मीर के मुस्लिमों के लिए सोचने को कहा है। यानी वो इस मसले पर दुनियाभर के मुस्लिमों को भड़काने की कोशिश करते नजर आए।

Shehbaz Sharif

पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ को बीते दिनों ही उसके पुराने दोस्त सऊदी अरब ने जम्मू-कश्मीर के मसले पर झटका दिया, लेकिन पाकिस्तान के पीएम को इससे शायद सबक नहीं मिला। अब ईद के मौके पर जो संदेश शहबाज शरीफ ने दिया है, उसमें बधाई के साथ कहा गया है कि हम खुशिया फैलाने और उन लोगों के साथ अपना आशीर्वाद साझा करने के महत्व को न भूलें, जो कम भाग्यशाली हैं। शहबाज शरीफ ने अपने संदेश में कहा है कि वो दुनियाभर के मुस्लिमों से आग्रह करते हैं कि वे फिलिस्तीन और कश्मीर के भाइयों और बहनों को याद रखें। शहबाज शरीफ ने जम्मू-कश्मीर और फिलिस्तीन के मुस्लिमों को कब्जे वाली ताकतों में रहने और सबसे बुरे अत्याचारों का सामना करने वाला बताया और कहा कि हम अल्लाह से उनकी कठिनाइयों को कम करने की प्रार्थना करते हैं।

shehbaz sharif and saudi prince salman
सऊदी प्रिंस सलमान के साथ पाक के पीएम शहबाज शरीफ।

पाकिस्तान लगातार ही कश्मीर के मुस्लिमों का हिमायती बनने की बात करता है, लेकिन हकीकत ये है कि जम्मू-कश्मीर में जो आतंकवाद पाकिस्तान ने फैलाया, उसने मुस्लिमों की भी बलि ली है। अब ईद के मौके पर शायद शहबाज शरीफ को ये बात ध्यान नहीं रही होगी और वो नया रोना लेकर बैठ गए हैं। शहबाज शरीफ पिछले दिनों ही सऊदी अरब गए थे। वहां प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ पाकिस्तान के पीएम की बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद पाकिस्तान और सऊदी अरब ने ज्वॉइंट स्टेटमेंट जारी किया था। इसमें सऊदी अरब ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है और दोनों देशों को इस मसले का हल आपसी बातचीत से निकालना चाहिए। इस तरह सऊदी अरब ने भारत के पुराने रुख का समर्थन किया था। जबकि, पाकिस्तान लगातार तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से कश्मीर मसले का हल निकालने की बात कहता रहता है।