बीजिंग। भारत पर बिना सबूत खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कराने का आरोप लगाने वाले कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को अब चीन ने झटका दिया है। कनाडा सरकार को चीन ने बिना सबूत झूठ बोलने में नंबर 1 बताया है। दरअसल, कनाडा सरकार ने आरोप लगाया था कि चीन के हैकर्स लगातार पीएम ट्रूडो और उनकी सरकार के लोगों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी पर चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि कनाडा की सरकार बिना सबूत झूठ बोलने में नंबर 1 है। चीन की प्रवक्ता ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो की सरकार का झूठ बोलना कनाडा से रिश्ते खराब कर सकता है। माओ निंग ने कहा कि चीन ऐसे आरोपों का विरोध करता है और कनाडा सरकार के रवैये के खिलाफ है। चीन की प्रवक्ता ने कहा कि गंभीर आरोप लगाने वाला कनाडा अब तक कोई सबूत पेश नहीं कर सका है। माओ निंग ने कहा कि चीन उम्मीद करता है कि आगे से कनाडा सच्चाई और तथ्यों का सम्मान करेगा।
इससे पहले कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने आरोप लगाया था कि चीन से जुड़े कुछ संगठन पीएम जस्टिन ट्रूडो के बारे में झूठी बातें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मेलानी ने कहा था कि ट्रूडो और उनकी सरकार में शामिल लोगों के बारे में डीप फेक वीडियो जारी किए जा रहे हैं। इसी पर चीन ने कहा है कि कनाडा का विदेश मंत्रालय झूठे तथ्यों को सामने रख रहा है और इससे संबंध खराब होने की चेतावनी भी उसने दी है। करीब एक साल पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जस्टिन ट्रूडो का एक वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो में ट्रूडो से जिनपिंग ये कहते दिखे थे कि मीटिंग में हुई बातें आखिर सार्वजनिक क्यों की गईं। इस पर ट्रूडो ने कहा था कि कनाडा अभिव्यक्ति की आजादी और सब बातें सबके सामने रखने वाला देश है। ट्रूडो और जिनपिंग में इस पर काफी नोकझोंक हुई थी।
कनाडा से भारत के रिश्ते भी अभी खटास भरे चल रहे हैं। बिना किसी सबूत के जस्टिन ट्रूडो ने भारत की एजेंसियों पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगा दिया। इसके अलावा भारतीय उच्चायोग से एक राजनयिक को निष्कासित कर दिया। बदले में भारत ने भी एक राजनयिक को निष्कासित किया। फिर कनाडा के नागरिकों के लिए फिलहाल वीजा देना बंद किया और हाल ही में कनाडा के 41 राजनयिकों को दिल्ली से हटा दिया। अब चीन ने भी ट्रूडो को घेरा है और इससे भारत का ये दावा पुख्ता हो रहा है कि निज्जर की हत्या में ट्रूडो और उनकी सरकार कोई सबूत अब तक नहीं सामने ला सकी है।