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चीन की यात्रा को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों के लिए जारी की सख्त चेतावनी, कही ये बात

britain and us issued new travel advisory for china,हाल के महीनों में चीन(China) ने कनाडाई(Canada), ऑस्ट्रेलियाई(Australasia), जापानी नागरिकों को हिरासत में लिया है। इन लोगों में से कई पर ड्रग्स, सीक्रेट डेटा चुराने का मनगढ़ंत आरोप भी लगाए गए हैं।

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर चीन जिस तरह से पूरी दुनिया में बदनाम हुआ है उसको लेकर अब उसे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों ने तो चीन के खिलाफ लड़ाई में आर-पार का मूड बना लिया है। इन दोनों देशों ने तो अब अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है जिसमें चीन और हॉन्ग कॉन्ग की यात्रा करने को लेकर चेतावनी दी गई है।

America China

बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों से साफ कहा है कि अगर वह चीन या हॉन्ग कॉन्ग की यात्रा करते हैं तो चीन उनपर तानाशाही दिखाते हुए मनमाने तरीके से हिरासत में ले सकती है और उनपर स्थानीय कानून थोपे जाने का खतरा है। जारी की गई नई ट्रैवल एडवाइजरी से चीन का ब्रिटेन और अमेरिका से तनाव का बढ़ना तय माना जा रहा है।

Donald Trump

बता दें कि हाल में ही अमेरिका ने चीनी छात्रों और नागरिकों के लिए वीजा नियमों को कड़ा कर दिया है। चीनी सरकार के मुताबिक, अमेरिका ने इस साल जुलाई में केवल 145 चीनी छाज्ञों को ही वीजा जारी किया है। यह पिछले साल जुलाई की तुलना में केवल 0.7 फीसदी ही है। नई एडवाइजरी में अमेरिकी नागरिकों को चेतावनी दी गई है कि चीन जांचकर्ताओं से सहयोग करने को मजबूर करने के लिए मनमाने तरीके से हिरासत में ले सकता है। चीन उन्हें नियमों का हवाला देते हुए गिरफ्तार भी कर सकता है। इसके अलावा अमेरिका और ब्रिटेन के लोगों पर बाहर जाने पर भी प्रतिबंधित लग सकता है। ऐसे में मजबूरन अमेरिकी और ब्रिटेन के नागरिकों को वहां रहना पड़ेगा। विदेश से परिवार के सदस्यों को चीन लौटने के लिए दबाव डाल सकता है और दीवानी विवादों को प्रभावित कर सकता है।

Britain Virus Outbreak

जारी की गई सलाह में कहा गया है कि चीन या हॉन्ग कॉन्ग में रहने वाले या वहां की यात्रा पर जाने वाले अमेरिकी नागरिकों को वह हिरासत में ले सकता है और ना उन्हें राजनयिक पहुंच देगा और न ही उनके कथित अपराध के बारे में कोई सूचना देगा। अमेरिकी नागरिकों से लंबे समय तक पूछताछ की जा सकती है और बिना कानूनी प्रक्रिया के उनकी हिरासत को बढाया जा सकता है। परामर्श में कहा गया है कि हांगकांग में चीन एकतरफा और मनमाने ढंग से पुलिस और सुरक्षा शक्तियों का प्रयोग कर सकता है।

China Boris Johnson

हाल के महीनों में चीन ने कनाडाई, ऑस्ट्रेलियाई, जापानी नागरिकों को हिरासत में लिया है। इन लोगों में से कई पर ड्रग्स, सीक्रेट डेटा चुराने का मनगढ़ंत आरोप भी लगाए गए हैं। ऐसे में ब्रिटेन और अमेरिका को भी अपने नागरिकों को परेशान किए जाने का डर सता रहा है।