लंदन। ब्रिटेन में बुधवार को कोरोना विस्फोट हो गया। यहां कोरोना के 106122 नए मरीज मिले। पहली बार इतने मरीज मिलने से पुराने रिकॉर्ड टूट गए हैं। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वैरिएंट भी तेजी से फैल रहा है। ब्रिटेन में कोरोना से अब तक करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 11 करोड़ से ज्यादा लोग इस बीमारी का शिकार हो चुके हैं। ब्रिटेन में ये हाल तब है, जबकि यहां की 70 फीसदी आबादी को वैक्सीन की डोज लग चुकी है। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने लोगों से बूस्टर लगवाने को कहा है। अब तक यहां 30 लाख लोग बूस्टर डोज ले भी चुके हैं। उधर, ब्रिटेन में 11 साल तक के बच्चों के लिए फाइजर की वैक्सीन को भी मंजूरी दी गई है।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने कहा कि उनके देश में कोरोना का बूस्टर डोज लाने का काम तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि अहम है कि हम दुनिया के सबसे बेहतरीन इलाज तक पहुंच सुनिश्चित करके वायरस के प्रति अपनी राष्ट्रीय प्रतिक्रिया को और मजबूत करें। दूसरी ओर, ब्रिटेन की सरकार ने ये जानकारी भी दी है कि कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से लड़ने के लिए लाखों एंटीवायरल दवाइयां खरीदी गई हैं। सरकार की ओर से बताया गया है कि इसके लिए दो नए कॉन्ट्रैक्ट किए गए हैं। इसके तहत एंटीवायरल दवाइयां अगले साल की शुरुआत से मिलने लगेंगी।
उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने एक बार फिर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण यूरोप में कोरोना के मामलों में इजाफा हो सकता है। संगठन ने साथ ही ये भी कहा कि यूरोप में ओमिक्रॉन का तूफान आ सकता है। बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने पहले ही कह रखा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट खतरनाक रूप ले सकता है। हालांकि, अब तक इस वैरिएंट की वजह से गंभीर रूप से बीमार होने के सबूत नहीं मिले हैं। ब्रिटेन में अब तक इस वैरिएंट से 12 लोगों की जान गई है। दुनियाभर में इस वैरिएंट के मरीजों में हल्के लक्षण ही दिख रहे हैं। इनमें सिरदर्द, बदन दर्द, हल्का बुखार और थकान देखा गया है।