मॉस्को। भारत और रूस के बीच दशकों पुरानी दोस्ती की राह में खतरे की घंटी बज गई है। पाकिस्तान अब अपने पुराने दोस्त चीन की मदद से रूस के करीब आने की कोशिश कर रहा है। इसकी तस्दीक खुद पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने की। रूस के दौरे पर गए इमरान खान ने वहां के एक टीवी चैनल को इंटरव्यू में कहा कि रूस के करीब आने के लिए चीन उनके देश की मदद कर रहा है। इमरान ने इस इंटरव्यू में ये दंभ भी भरा कि उनका देश चीन और अमेरिका के बीच विवादों को सुलझाने में भी मदद कर सकता है। इमरान ने ये भी कहा कि रूस, अमेरिका और चीन के बीच आपसी सहयोग से मानव जाति का भला होगा।
इस इंटरव्यू में इमरान खान ने एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ जहर उगला। इमरान ने आरोप लगाया कि भारत में नाजी विचारधारा ने जड़ बना लिया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा भारत महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू वाला भारत नहीं है। कट्टर राष्ट्रवाद का आरोप लगाते हुए इमरान खान ने कहा कि भारत में जो भी हो रहा है, उसे सारे भारतीय पसंद नहीं करते। ये नेहरू और गांधी का नहीं, नरेंद्र मोदी का भारत है। एक छोटे से खास वर्ग ने उसी तरह भारत पर कब्जा कर लिया है, जिस तरह नाजियों ने जर्मनी पर किया था।
बता दें कि इमरान खान ने हाल ही में कहा था कि भारत के साथ मुद्दों को सुलझाने के लिए वो पीएम नरेंद्र मोदी के साथ टीवी पर बहस करना चाहते हैं। भारत की तरफ से इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी। वहीं, इमरान के एक सलाहकार ने ये भी कहा था कि उनके मुल्क की माली हालत को सुधारने के लिए भारत के साथ जल्द से जल्द व्यापार भी शुरू किया जाना चाहिए। भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से सबसे खराब दौर में हैं।