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China: सीमा विवाद के बीच अरुणाचल बॉर्डर के पास शुरू की चीन ने बुलेट ट्रेन

China:  चीन ने अब तिब्बत के सुदूर हिमालयी क्षेत्र में पूरी तरह बिजली से संचालित बुलेट ट्रेन का संचालन शुरू किया है। तिब्बत तक पहुंचने वाली यह अपनी तरह की पहली ट्रेन है। चीन की तरफ से शुरू की गई इस बुलेट ट्रेन सेवा के जरिए तिब्‍बत की प्रांतीय राजधानी ल्हासा को न्यिंगची को जोड़ा गया है।

नई दिल्ली। पिछले साल भारत और चीन के बीच शुरू हुआ सीमा विवाद अभी तक थमा नहीं है। इस सब के बीच लगातार कहीं चीन LAC पर अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है तो कहीं वह भारत की सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। लेकिन चौकस भारतीय सेना की तरफ से चीन के हर कायराना हरकत को विफल किया जाता रहा है। इसके साथ ही भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के मद्देनजर इसे कम करने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई है। जो अब भी जारी है। लेकिन अब खबर यह आ रही है कि चीन ने अरुणाचल बॉर्डर के पास तक बुलेट ट्रेन की लाइन बिछा दी है।

xi jinping

दोनों देशों के बीच जारी सीमा विवाद के बीच चीन सीमा क्षेत्रों में बुनियादी संरचनाओं का लगातार विकास कर रहा है। चीन ने अब तिब्बत के सुदूर हिमालयी क्षेत्र में पूरी तरह बिजली से संचालित बुलेट ट्रेन का संचालन शुरू किया है। तिब्बत तक पहुंचने वाली यह अपनी तरह की पहली ट्रेन है। चीन की तरफ से शुरू की गई इस बुलेट ट्रेन सेवा के जरिए तिब्‍बत की प्रांतीय राजधानी ल्हासा को न्यिंगची को जोड़ा गया है। यह भारत की तरफ अरुणाचल प्रदेश के करीब तिब्बती सीमावर्ती शहर है। इस पूरे मामले पर भारत अपनी नजर बनाए हुए है और भारतीय सेना इस पूरे मामले को लेकर चौकस है।

China Bullet Train

सिचुआन-तिब्बत रेलवे की कुल लंबाई 435.5 किलोमीटर है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट की मानें तो तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में पहली विद्युतीकृत रेलवे शुक्रवार सुबह खुली,  जो ल्हासा को निंगची से जोड़ने वाली ‘फक्सिंग’ बुलेट ट्रेन के रूप में पठारी क्षेत्र में प्रवेश करती है।

XI Jinping

किंघई-तिब्बत रेलवे के बाद सिचुआन-तिब्बत रेलवे तिब्बत में दूसरा रेलवे होगा। यह किंघई-तिब्बत पठार के दक्षिण-पूर्व से होकर गुजरेगा, जो दुनिया के सबसे सक्रिय भूगर्भीय इलाकों में से एक है। चीन, अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत के हिस्से के रूप में देखता है, जबकि भारत ने उसके इस दावे को सिरे से खारिज किया है। भारत और चीन के बीच लगभग 3,488 किलोमीटर की लंबी सीमा रेखा लगती है, जिसके कई हिस्‍सों में दोनों देशों के बीच विवाद है।