नई दिल्ली। कोरोना से दुनियाभर के देश प्रभावित हैं। इसके लिए दुनिया के तमाम देश चीन को जिम्मेदार मान रहे हैं। वहीं कोरोना को लेकर पहली बार खबर देने वाली महिला पत्रकार भी चीन से ही है। ऐसे में अब इस महिला पत्रकार को अपनी खबर के लिए चीन में सजा का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि चीन की तानाशाही से पूरी दुनिया वाकिफ है, इसी का एक और उदाहरण पेश करते हुए चीन ने अब पहली बार कोरोना की खबर देने वाली महिला को 4 साल की सजा सुनाई है। बता दें कि महिला पत्रकार का नाम झांग झान है। झांग झान नाम की इस पूर्व वकील और सिटीजन जर्नलिस्ट को कोरोना पर अपनी रिपोर्टिंग का अब खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। दरअसल समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार चीन की अदालत ने झांग झान को 4 साल की कैद की सजा सुनाई है। महिला पत्रकार ने कोरोना वायरस महामारी पर हुबेई प्रांत के वुहान शहर में रिपोर्टिंग करने पर चीन ने पिछले कई महीनों से जेल में बंद कर रखा है।
बता दें कि चीन ने उस पत्रकार पर आरोप लगाया गया है उसने कोरोना वायरस को लेकर गलत जानकारी फैलाई है। ऐसे में अब चीन की एक अदालत ने महिला पत्रकार को 4 साल की जेल की सजा की सुनाई है। 37 साल की महिला पत्रकार झांग झान को कोरोना महामारी पर स्टोरी कवर करने के दौरान वहां की स्थानीय पुलिस ने मई में गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद झांग को शंघाई ले जाया गया।
बता दें कि इसी वुहान शहर में कोरोना का सबसे पहला मामला आया था। इस सप्ताह जारी किए गए अभियोग पत्र के अनुसार, झांग पर आरोप है कि उन्होंने झगड़ा किया और प्रशासन के लिए मुश्किलें पैदा कीं। इसके अलावा, महामारी को लेकर मनगढ़ंत खबरें फैलाने का आरोप है। बता दें कि ये आरोप चीन में कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के खिलाफ अक्सर लगाए जाते हैं और इसी के तहत उन्हें जेल भेजा जाता है।