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भारत में चीनी कंपनियों को सुरक्षा मंजूरी नहीं मिलने से बढ़ी ड्रैगन की बौखलाहट!

सूत्रों ने कहा कि भारत व्यापार के मोर्चे पर असंतुलन कम करने के लिए ठोस कदम उठाना जारी रखेगा। चीन के साथ अगर कोई बातचीत होती भी है तो व्यापार घाटे को कम करने के लिए भारत चीन से ठोस कदम उठाने को कहेगा।

नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद के बढ़ने से भारत ने चीन से व्यापारिक रिश्तों को लेकर सख्ती अपनानी शुरू कर दी है। ऐसे में चीन की बौखलाहट सामने आ रही है। चीनी कंपनियों को भारत में निवेश के लिए नियमों को सख्त बनाया जा रहा है, जिससे चीन तिलमिला उठा है। चीनी कंपनियों के निवेश को लेकर उन्हे सुरक्षा मंजूरी नहीं मिलने की वजह से ड्रैगन भारत पर दबाव बना रहा है कि वह नियमों को लचीला बनाये।

Indian china

इतना ही नहीं चीन मामले को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में ले जाने की संभावना भी खंगाल रहा है। वहीं, सुरक्षा मंजूरी में देरी की वजह से कई कंपनियां प्रस्ताव वापस लेने की तैयारी में हैं। सूत्रों ने कहा चीनी कंपनियों को लग रहा है कि वे कठोर शर्तों को पूरा नही कर पाएंगे। भारत सरकार किसी भी कम्पनी को सुरक्षा मंजूरी देने से पहले उसके चीनी सुरक्षा प्रतिष्ठान से संबंधों को खंगाल लेना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक, राजनयिक स्तर पर चीन की मंशा भांपने के बाद भारत ने व्यापार के मोर्चे पर ज्यादा सख्ती दिखाने का फैसला किया है। गौरतलब है कि अप्रैल महीने से चीन की सैकड़ों कंपनियों को भारत मे निवेश के लिए सुरक्षा मंजूरी नहीं मिली है।

india china meeting

सूत्रों ने कहा कि भारत व्यापार के मोर्चे पर असंतुलन कम करने के लिए ठोस कदम उठाना जारी रखेगा। चीन के साथ अगर कोई बातचीत होती भी है तो व्यापार घाटे को कम करने के लिए भारत चीन से ठोस कदम उठाने को कहेगा। सूत्रों ने कहा, चीन भरोसा कायम करने के लिए ठोस कदम नही उठाता है तो उसके साथ रिश्तों की नई इबारत लिखा जाना मुश्किल है।

India-China-relations

उन्होंने बताया कि सीमा पर चीन को स्पष्ट तरीके से सहमति का पालन करना होगा। द्विपक्षीय रिश्तों का यही आधार होगा। गौरतलब है कि अप्रैल में भारत से भूमि सीमा साझा करने वाले देशों से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए पूर्व में सरकार की मंजूरी अनिवार्य करने के बाद से चीन के लगभग 200 निवेश प्रस्ताव गृह मंत्रालय (एमएचए) से सुरक्षा मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। इनको अभी मंजूरी नही मिली है।