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France riots: फ्रांस में तीसरे दिन भी जमकर हिंसा, मार्सेले में सबसे बड़ी लाइब्रेरी फूंकी, ट्राम और बसों को भी दंगाइयों ने जलाया

France riots: फ्रांस की पीएम ने बताया कि हिंसा को रोकने के लिए सरकार सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पुलिस की बड़ी तादाद में तैनाती की गई है और जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी भी लगाई जा सकती है। इस बीच, दंगाइयों ने मार्सेले शहर की सबसे बड़ी पब्लिक लाइब्रेरी को आग लगाकर फूंक दिया।

पेरिस। फ्रांस में अब भी जमकर हिंसा हो रही है। फ्रांस में शुक्रवार को तीसरे दिन भी हिंसा जारी रही। दंगाइयों ने जमकर आगजनी की। अफ्रीकी मूल के एक 17 साल के किशोर को पुलिसकर्मी ने गोली मार दी थी। जिसके बाद से विरोध शुरू हुआ और अब फ्रांस में हिंसा हो रही है। फ्रांस सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए 40000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। हालात न संभलने पर इमरजेंसी और यहां तक कि मार्शल लॉ लगाने के बारे में भी फैसला हो सकता है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने शुक्रवार को फिर बैठक बुलाई। इससे पहले भी पीएम एलिजाबेथ बॉर्न और मंत्रियों के साथ वो इमरजेंसी बैठक कर चुके थे।

फ्रांस की पीएम ने बताया कि हिंसा को रोकने के लिए सरकार सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पुलिस की बड़ी तादाद में तैनाती की गई है और जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी भी लगाई जा सकती है। इस बीच, दंगाइयों ने मार्सेले शहर की सबसे बड़ी पब्लिक लाइब्रेरी को आग लगाकर फूंक दिया। इससे सभी किताबें जलकर राख हो गईं। शुक्रवार को फ्रांस में तमाम जगह हिंसा होती रही। एक ही दिन में दंगाइयों ने 13 बसों को आग के हवाले कर दिया। क्रेन तक को फूंक दिया गया। लियोन में ट्राम को भी जला दिया गया। हिंसा के मामलों में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अब तक 875 लोगों को पकड़ा है। वहीं, 200 के करीब पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

दंगाई इतना उत्पात मचा रहे हैं कि उन्होंने ओलंपिक के लिए बनाए जा रहे स्विमिंग पूल को भी आग के हवाले कर दिया। फ्रांस के पाउ शहर में पुलिस के दफ्तर पर पेट्रोल बम से हमला किया गया। टुलूज में भी गाड़ियों को फूंका गया। इन घटनाओं के बाद पेरिस और आसपास के इलाकों में सार्वजनिक परिवहन यानी बस और ट्राम सेवा बंद कर दी गई है। हिंसा की वजह से पेरिस पहुंचने वालों को भी तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।