पाकिस्तान। आपने अक्सर पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ जुल्म और अत्याचार की खबरें खूब सुनी होंगी, लेकिन पाकिस्तान से हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और भारत के हिंदू दोनों खुश हो जाएंगे। दरअसल, कुछ समय पहले हैदराबाद शहर की एक हिन्दू नाबालिग लड़की का अपहरण करके धर्म परिवर्तन किया गया और फिर निकाह कर कई दिनों तक दरिंदगी की गई। जब पुलिस ने वारदात के एक महीने बाद उसे बरामद किया तो जज ने अजीबोगरीब फैसला सुनाकर हिन्दू लड़की को चौंका दिया। वो जज के सामने मां से लिपटकर रोने लगी। जिसे देखकर जज ने अपना फैसला बदला। आइए आपको पूरा मामला तसल्ली तो बताते हैं…
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पाकिस्तान के शहर हैदराबाद में अगस्त महीने में एक हिन्दू नाबालिग लड़की (15) का मुस्लिम युवक ने अपहरण कर लिया था। लड़की के मां-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज की लेकिन, पुलिस को मामला दर्ज करने में एक महीने का समय लग गया। इसके बाद मानवाधिकार आयोग इस मामले को लेकर एक्टिव हुआ और किसी तरह सूचना के आधार पर पुलिस और मानवाधिकार कानून टीम ने लड़की को बलूचिस्तान से बरामद किया और वापस हैदराबाद ले आए। अब कराची की कोर्ट ने मामले में सुनवाई की और आरोपी लड़के के पक्ष में फैसला सुनाया। जिसे सुनकर सब हैरान रह गए।
आखिर जज ने क्यों सुनाया ऐसा फैसला
खबरों के अनुसार, आरोपी ने लड़की के परिवारवालों के खिलाफ शिकायत की थी कि दोनों ने मर्जी से शादी की है और इस दौरान उसने कोर्ट में लड़की के बालिग होने का सर्टिफिकेट भी दिखाया। जिस पर जज ने फैसला सुनाया कि लड़की को आरोपी मुस्लिम युवक के साथ भेजा जाए।
लड़की रोने लगी तो जज का दिल पसीज गया
जैसे ही लड़की ने जज का फैसला सुना, लड़की रोने लगी और अपनी मां से लिपट गई। यह देखकर जज का दिल पसीज गया और उन्होंने लड़की को उसके घर भेजने का आदेश दिया ताकि वह अपने परिवारवालों से मिल सके। जज के सामने लड़की के घरवालों ने कहा कि आरोपियों ने उसका अपहरण किया था और उनमें से एक ने उससे जबरन शादी की। शादी से पहले उनकी बेटी का धर्म बदला गया। जज ने आदेश दिया कि आरोपी और पीड़िता का मेडिकल कराया जाए और तब तक आरोपी लड़की या उसके परिवारवालों से नहीं मिलेगा। जिस तरीके से पाकिस्तान में अक्सर हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार की खबरें सामने आती हैं उसमें से यह खबर थोड़ी सकारात्मक जरूर है।