कराची। पाकिस्तान में एक और मंदिर में तोड़फोड़ की गई है। इस बार जन्माष्टमी के मौके पर उग्र भीड़ ने सिंध प्रांत के संघार में एक हिंदू मंदिर पर हमला बोला। वहां तोड़फोड़ करने के साथ ही भगवान कृष्ण की मूर्ति भी तोड़ दी। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के मेंबर लाल मल्ही ने ट्वीट कर मंदिर को अपवित्र किये जाने और मूर्ति को तोड़े जाने की कड़ी निंदा की है। मल्ही ने पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी को टैग करते हुए ट्वीट किया कि खिप्रो-सिंध में मंदिर को अपवित्र किये जाने और भगवान कृष्ण की मूर्ति को तोड़े जाने की कड़ी निंदा करता हूं। कानून लागू करने वालों को मंदिरों और देवी-देवताओं पर बार-बार होने वाले हमलों को रोकने के लिए तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं पाकिस्तानी एक्टिविस्ट राहत ऑस्टिन ने ट्वीट में लिखा कि जब लोग कृष्ण जन्माष्टमी मना रहे थे, तभी हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के मकसद से खिप्रो संघार में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई।
सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में भगवान कृष्ण की मूर्ति को कई टुकड़ों में टूटा हुआ दिखाया गया है। इस महीने की शुरुआत में पंजाब प्रांत में रहीमयार खान जिले के भोंग शहर में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ करने के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। चार अगस्त को एक उन्मादी भीड़ ने शहर में एक गणेश मंदिर में तोड़फोड़ की और देवताओं की मूर्तियों को तोड़ दिया था।
इस घटना के बाद भोंग शहर में रहने वाले करीब 17 हिंदू परिवार वहां से भाग गए थे। यहां एक 8 साल के बच्चे पर मदरसे में जाकर पेशाब करने का आरोप लगाकर ईशनिंदा कानून के तहत केस दर्ज कराया गया था। बच्चे को उग्र लोगों से बचाने के लिए पुलिस ने अपने कब्जे में रखा था। भोंग शहर में मंदिर तोड़े जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़ा रुख अपनाया था।