पेरिस। यूक्रेन पर रूसी हमले का आज चौथा दिन है। यूक्रेन पर रूस लगातार बम-गोले गिरा रहा है और वहां कब्जा करता जा रहा है। इस बीच, युद्ध के फैलने और इसमें परमाणु बम के इस्तेमाल का संकट भी पैदा होता जा रहा है। इसकी बड़ी वजह रूस का साथी देश बेलारूस है। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेन्को ने साफ कर दिया है कि अगर रूस उनके देश में अपने परमाणु हथियार तैनात करना चाहेगा, तो इसकी मंजूरी वो देंगे। बता दें कि रूस की सेना यूक्रेन की जमीन पर बेलारूस के रास्ते भी पहुंच रही है। बेलारूस और रूस ने हमले से ठीक पहले बड़ा युद्धाभ्यास किया था।
बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेन्को के इस बयान के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों ने उन्हें फोन किया और कहा कि बेलारूस हर हाल में रूस की मदद बंद कर दे। मैक्रों ने परमाणु हथियार तैनात करने की मंजूरी देने के बेलारूसी राष्ट्रपति के बयान की भी निंदा की और उन्हें ऐसा न करने के लिए चेताया भी। बेलारूस के राष्ट्रपति ने हालांकि मैक्रों को इस बारे में कोई भी भरोसा देने से इनकार कर दिया। ऐसे में हालात अब गंभीर मोड़ लेते लग रहे हैं। इससे पहले युद्ध शुरू होने के बाद मैक्रों ने रूस को चेतावनी दी थी कि वो नाटो को हल्के में न ले और उनके पास भी परमाणु हथियार हैं।
हालात किस दिशा में जा रहे हैं, ये इससे भी पता चलता है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस मसले पर तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी तक दे दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बयान दिया है कि रूस ने सिर्फ दो विकल्प छोड़े हैं। पहला तीसरे विश्व युद्ध का है और दूसरा विकल्प रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का है। ऐसे में रूस की तरफ से अगर किसी भी नाटो देश पर कार्रवाई होती है, तो इसके गंभीर नतीजे पूरी दुनिया को भुगतने पड़ सकते हैं।