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Burkina Faso: बुर्किना फासो में जेहादियों का कहर, सेना के 40 जवानों की हत्या की, 33 घायल

सेना ने एक बार फिर बुर्किना फासो में तख्तापलट की चेतावनी दी है। बुर्किना फासो में हिंसा की घटनाएं साल 2012 से ही हो रही हैं। पिछले 11 साल से एक भी साल ऐसा नहीं रहा, जब हिंसा की बड़ी घटना न हुई हो। पोप फ्रांसिस समेत दुनिया के तमाम नेताओं ने बुर्किना फासो में हिंसा पर चिंता जताई है।

औगाडोगु। पश्चिमी अफ्रीका के देश बुर्किना फासो में एक बार फिर जेहादियों ने बड़ा कत्लेआम किया है। बुर्किना फासो के गवर्नर ने रविवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जेहादियों ने सेना के 40 जवानों की जान ली है। 33 अन्य घायल हुए हैं। बुर्किना फासो में आतंकी संगठन अल-कायदा और आईएसआईएस के तमाम आतंकियों ने डेरा बना लिया है। आए दिन ये जेहादी आतंकवादी हमले कर स्थानीय लोगों की जान लेते रहते हैं। अभी किसी संगठन ने 40 जवानों की हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है। इससे पहले पिछले गुरुवार को बुर्किना फासो के साहेल इलाके के कौराकोउ और तोंडोबी में जेहादियों ने 44 लोगों की हत्या कर दी थी। गांवों पर हुए हमलों में तमाम लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे।

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दुनिया के सबसे गरीब देशों में बुर्किना फासो की गिनती होती है। हिंसा की घटनाओं की वजह से बुर्किना फासो लगातार चर्चा में रहता है। बुर्किना फासो में अब तक हजारों लोगों की मौत इसी हिंसा की वजह से हुई है। आंकड़ों के मुताबिक 20 लाख से ज्यादा लोग देश से पलायन कर चुके हैं। पिछले साल बुर्किना फासो में सेना ने दो बार तख्तापलट भी किया, लेकिन सेना के कमान संभालने के बाद भी जेहादी हिंसा और आतंकवादी घटनाएं नहीं रुकीं। बुर्किना फासो के पड़ोसी देश माली और नाइजीरिया हैं। इन देशों में भी हिंसा की घटनाएं देखने को मिलती हैं।

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सेना ने एक बार फिर बुर्किना फासो में तख्तापलट की चेतावनी दी है। बुर्किना फासो में हिंसा की घटनाएं साल 2012 से ही हो रही हैं। पिछले 11 साल से एक भी साल ऐसा नहीं रहा, जब हिंसा की बड़ी घटना न हुई हो। पोप फ्रांसिस समेत दुनिया के तमाम नेताओं ने बुर्किना फासो में हिंसा पर चिंता जताई है। जबकि, संयुक्त राष्ट्र की तरफ से पश्चिमी अफ्रीका के इस देश में हालात सुधारने के लिए कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया है।