बीजिंग। पाकिस्तानी राजदूत (Pakistani Ambassador) मोइन-उल-हक (Moin-ul-haq) चीनी मीडिया (China) में लगातार भारत (India) के खिलाफ कश्मीर (Kashmir) पर झूठ फैला रहे हैं। इसपर भारत ने उन्हें चेतावनी दी है।
जिसके बाद भारत ने मोइन को जवाब देते हुए उन्हें अपनी हरकतों से बाज आने के लिए कहा है और सलाह दी है कि अगर उन्हें सच बोलने का इतना ही शौक है तो पाकिस्तान में चल रहे आतंकियों के ट्रेनिंग कैम्पों (Terrorist in Pakistan) की जानकारी भी लोगों के साथ साझा करनी चाहिए। इसके अलावा भारत ने कहा कि कश्मीर में अशांति की असली वजह इस्लामाबाद की फंडिंग से बनाए जा रहे आतंकी हैं जो कि आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देते हैं।
भारतीय दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि इस्लामाबाद द्वारा ‘भर्ती, प्रशिक्षित और हथियारबद्ध किए गए’ आतंकवादियों ने भारत के केंद्र शासित प्रदेश कश्मीर में शांति और व्यवस्था भंग की है जो भारत का एक अभिन्न अंग है। जम्मू कश्मीर में शांति, स्थिरता और प्रगति लाने का भारत का समन्वित प्रयास पाकिस्तान की उस रणनीति के बिलकुल विपरीत है जो क्षेत्र को कमजोर करने के उद्देश्य से सीमा पार आतंकवाद के अभियान से थोड़ा अधिक है।
बता दें कि मोइन ने सात अगस्त को चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ में प्रकाशित ‘अर्जेंट ऐक्शंस ऑन जम्मू, कश्मीर नीडेड’ शीर्षक से एक बेहद भ्रामक जानकारियों और आरोपों वाला लेख लिखा था।
“For this year alone, around 200 innocent #Kashmiris have been killed, around 50 cases of rape and molestation and nearly 1,000 cases of destruction of houses and property have been reported,” said Moin ul Haque, Ambassador of #Pakistan to China. #IOJK https://t.co/yUzZGUHP6r pic.twitter.com/hRkzdloqaF
— Global Times (@globaltimesnews) August 6, 2020
पहले आतंकवाद पर बात करो : भारत
दूतावास ने एक बयान में कहा कि राजदूत हक ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के विषय में पाकिस्तान के ‘झूठ एवं अर्धसत्य दोहराने का चयन किया जो भारत का एक अभिन्न अंग है और जिसके मामले भारत के आंतरिक मामले हैं और वहां पाकिस्तान या किसी अन्य देश को हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं है.’ बयान में कहा गया है कि राजदूत हक की गलत बयानी से हैरानी नहीं हुई है लेकिन इससे भारत के संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त किये जाने के बाद जम्मू कश्मीर ने एक वर्ष में जो महत्वपूर्ण प्रगति की है, उसे छुपाया नहीं जा सकता.