इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार के हाथ में तो कटोरा आ ही गया है। वहां के लोगों के लिए भी मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ रही हैं। पाकिस्तान में रोजमर्रा की चीजों की कीमत आसमान छू रही है। आटा पहले ही नहीं मिल रहा था, अब अन्य चीजों की कीमत ने पाकिस्तान के लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। पाकिस्तान में चावल 200 रुपए किलो की दर पर बिक रहा है। दूध के एक लीटर की कीमत 150 रुपए हो गई है। चाय की कीमत 1600 रुपए किलो है। आलू 70 रुपए किलो, टमाटर 130 रुपए और पेट्रोल 250 रुपए लीटर पर बिक रहा है।
पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा कोष में भी दिन पर दिन गिरावट आ रही है। विदेशी मुद्रा कोष 3 अरब डॉलर रह गया है। इससे पाकिस्तान सिर्फ 14 दिन का खर्च निकाल सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 2 अरब डॉलर के कर्ज की पाकिस्तान ने गुजारिश की थी, लेकिन आईएमएफ ने कड़ी शर्तें रख दीं। इनमें बिजली के बिल में प्रति यूनिट 12 रुपए का इजाफा करना, अपना रक्षा बजट घटाना, नेताओं, सेना के अफसरों के पास मौजूद धन और प्रॉपर्टी की जानकारी देना शामिल हैं। पाकिस्तान ने शर्तें नहीं मानी। जिसके बाद आईएमएफ का दल 10 दिन तक बातचीत के बाद वापस लौट चुका है।
पाकिस्तान के इस दुर्दिन पर उसके पुराने दोस्त चीन, सऊदी अरब और यूएई ने भी आंखें फेर रखी हैं। चीन की तरफ से नया कर्ज नहीं मिला है। पीएम शहबाज शरीफ पिछले दिनों सऊदी अरब और यूएई जाकर कर्ज के लिए कटोरा सामने रख चुके हैं, लेकिन दोनों ही देशों ने अब तक पाकिस्तान की मदद के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। ऐसे में पाकिस्तान के सामने फिलहाल आईएमएफ की शर्तें मानने के अलावा और कोई रास्ता नहीं दिख रहा। हालांकि, शर्तें मानने पर भी आईएमएफ से जो 2 अरब डॉलर मिलेंगे, उनसे भी पाकिस्तान का ज्यादा दिन तक गुजारा नहीं हो सकेगा।