यरुशलम। इजरायल ने उत्तरी गाजा को खाली करने के लिए वहां रहने वाले फिलिस्तीन के नागरिकों को और 5 घंटे का वक्त दिया है। इजरायल के रक्षा विभाग ने कहा है कि फिलिस्तीन के नागरिकों के पास सुबह 9 बजे से 2 बजे तक का वक्त है। इस दौरान वे उत्तरी गाजा को खाली कर दक्षिण में चले जाएं। इजरायल ने कहा है कि वो 5 घंटे तक गाजा पर बमबारी नहीं करेगा। इससे पहले इजरायल ने 2 बार उत्तरी गाजा खाली करने का वक्त फिलिस्तीन के लोगों को दिया था। इजरायल का कहना है कि वो उत्तरी गाजा में हमास आतंकियों के खिलाफ जमीन, आसमान और समुद्र से एक साथ कार्रवाई शुरू करने वाला है। इस सैन्य कार्रवाई के दौरान आम नागरिकों को बचाने के लिए उनको दक्षिणी गाजा में चले जाने के लिए कहा जा रहा है। इजरायल ने आम लोगों की सुविधा के लिए दक्षिणी गाजा में पानी की सप्लाई भी शुरू कर दी है। इजरायल के मुताबिक अब तक 6 लाख फिलिस्तीनी उत्तरी गाजा खाली कर दक्षिण के इलाके में जा भी चुके हैं।
इजरायल के लड़ाकू विमान लगातार गाजा पर बमबारी कर रहे हैं। हमास के आतंकी हमले में जहां इजरायल के 2000 से ज्यादा नागरिक मारे गए और 4000 के करीब घायल हुए। वहीं, इजरायल की बमबारी से गाजा में 3000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। गाजा में ज्यादातर हमास आतंकियों के ठिकाने इजरायल ने विमानों से बम गिराकर जमींदोज कर दिए हैं। इजरायल इसके अलावा उत्तर में लेबनान स्थित फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हिजबुल्ला पर भी लगातार विमानों और तोपखाने से गोलाबारी कर रहा है और बम गिरा रहा है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने साफ कहा है कि जब तक हमास का एक भी आतंकी जिंदा है, उनके देश की सैन्य कार्रवाई नहीं रुकेगी। दूसरी तरफ, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि गाजा पर जमीनी हमला करना ठीक नहीं रहेगा। इससे पहले बाइडेन ने हर सैन्य कार्रवाई में इजरायल का साथ देने का एलान किया था।
इजरायल पर हमास आतंकियों ने 7 अक्टूबर को बड़ा हमला किया था। हमास के आतंकी सीमा पर लगी बाड़ को तोड़ने के साथ ही समुद्र और हवा में पैराग्लाइडिंग करते हुए इजरायल में दाखिल हुए थे। हमास आतंकियों पर इजरायल ने बच्चों का सिर कलम करने और लोगों को जिंदा जलाकर मारने का आरोप लगाया है। हमास के हमले में रूस, चीन, अमेरिका, कनाडा समेत कई देशों के लोग मारे गए। इजरायल के अनुसार हमास के पास अब भी 123 लोग बंधक हैं। कुछ बंधकों को इजरायल के सैनिकों ने गाजा से छुड़ाया भी था।