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South Korea: किम जोंग का अजीबोगरीब फरमान, नागरिकों के रोने और हंसने पर लगाई रोक, नाफरमानी करने वालों की खैर नहीं

South Korea: एक नागरिक ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “पहले भी किम जोंग-इल की पुण्यतिथि पर जो लोग शराब पीते या नशे की हालत में मिलते थे, उन्हें गिरफ्तार कर के अपराधियों की तरह रखा जाता था। कई लोगों की तो गिरफ्तारी के बाद कोई खोज खबर भी नहीं मिली।”

नई दिल्ली। उत्तर कोरिया (South Korea) के तानाशाह किम जोंग (Kim Jong Un) अक्सर अपने उल-जुलूल फरमानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में किम जोंग उन ने लेदर कोट को लेकर अजीब नियम लागू कर दिया था। ये नियम जोंग उन अपने पसंदीदा लेदर कोट की नकल किए जाने पर लागू किया। इस नियम के लागू होने के बाद देश में लेदर कोट की बिक्री और पहनने पर रोक (बैन) लगा दी गई थी। तो वहीं अब एक बार फिर तानाशाह ने अजीब नियम लागू कर दिया है। ये नियम नागरिकों के हंसने, शराब पीने और खरीदारी पर लगाया गया है।

Kim Jong Un
बता दें, किम जोंग-उन ने ये आदेश शुक्रवार से लेकर अगले 11 दिनों तक के लिए लगाया है। किम जोंग-उन ने ये आदेश शुक्रवार को अपने पिता किम जोंग-इल की 10वीं पुण्यतिथि के मौके पर जारी किया जिसके मुताबिक अब अगले 11 दिनों तक देश में राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इस दौरान अब वहां का कोई भी नागरिक रोजमर्रा के काम तक नहीं कर पाएंगे। रेडियो फ्री एशिया ने देश के सीमाई क्षेत्र में मौजूद सिनुइजु शहर के रहवासियों के हवाले से ये बताया है कि इस नियम के लागू होने के बाद लोग रोजमर्रा के काम के लिए भी घर के बाहर नहीं जा सकेंगे। इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति इन नियमों का उलंघन करता है तो उनकी गिरफ्तारी के साथ ही सख्त सजा दिए जाने का भी प्रावधान है।

Kim Jong Un
एक नागरिक ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “पहले भी किम जोंग-इल की पुण्यतिथि पर जो लोग शराब पीते या नशे की हालत में मिलते थे, उन्हें गिरफ्तार कर के अपराधियों की तरह रखा जाता था। कई लोगों की तो गिरफ्तारी के बाद कोई खोज खबर भी नहीं मिली।” इस नागरिक ने आगे कहा, “शोक के 11 दिन के दौरान अगर किसी की मौत भी हो जाती है, तो उसके परिवारवालों का जोर-जोर से रोने की भी इजाजत नहीं है। इसके अलावा उसके शव को तभी अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा सकता है, जब शोक के 11 दिन पूरे हो जाएं। शोक की अवधि के दौरान लोग जन्मदिन भी नहीं मना सकते।”