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China On HMPV Virus: एचएमपीवी वायरस के मरीज बढ़ने पर चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय का आया बयान, जानिए क्या कहा

China On HMPV Virus: चीन में लगातार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस यानी एचएमपीवी वायरस के मरीज मिल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के अस्पतालों में एचएमपीवी वायरस के मरीजों की भीड़ है। चीन में एचएमपीवी वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या से भारत समेत दुनियाभर में इससे डर पैदा हो गया है। अब एचएमपीवी वायरस पर चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान भी आया है। जानिए चीन की सरकार का एचएमपीवी वायरस के बारे में क्या कहना है।

बीजिंग। चीन में लगातार ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस यानी एचएमपीवी वायरस के मरीज मिल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के अस्पतालों में एचएमपीवी वायरस के मरीजों की भीड़ है। इस बीच, चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि एचएमपीवी वायरस उतना खतरनाक नहीं है, जितना कि इसके बारे में चर्चा हो रही है। चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि एचएमपीवी वायरस से लोग न डरें और विदेशी यहां आने से न डरें। चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पहले भी ठंड के मौसम में एचएमपीवी वायरस के मरीज मिलते रहे हैं।

एचएमवीपी वायरस का कोई टीका अब तक नहीं बना है। इसके अलावा एचएमपीवी वायरस पर एंटी वायरल दवाओं का भी असर नहीं होता है। ऐसे में एचएमपीवी वायरस से ग्रस्त मरीजों में सिर्फ सांस संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए ही दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। एचएमपीवी वायरस की सबसे पहले नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने साल 2001 में पहचान की थी। यानी 24 साल से ये वायरस पहचान में है। सांस के रोग देने वाले अन्य वायरस की ही तरह का एचएमपीवी है। एचएमपीवी वायरस से ग्रस्त मरीज जब छींकते या खांसते हैं, तो इससे उनके आसपास खड़े इंसानों में ये फैलता है। कोरोना वायरस की तरह एचएमपीवी वायरस से भी सांस संबंधी दिक्कतें होती हैं।

एचएमपीवी वायरस शरीर में प्रवेश करने पर सांस की नली और फेफड़ों पर असर करता है। ठीक उसी तरह, जैसे कोविड का वायरस असर करता था। ऐसे में मरीज में काफी कफ बनता है। इसके लक्षण मौसम में बदलाव के दौरान होने वाले फ्लू और कोरोना वायरस से मिलते हैं। एचएमपीवी वायरस पहले भी चीन में मिल चुका है। अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और फिनलैंड में भी एचएमपीवी वायरस के मरीज मिल चुके हैं। फिलहाल इसे कम खतरनाक ही माना जा रहा है। हालांकि, पहले मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि एचएमपीवी वायरस खतरा बन सकता है। बता दें कि कोविड महामारी की शुरुआत भी चीन से हुई थी। कोविड यानी कोरोना वायरस के प्रकोप से दुनियाभर में करोड़ों लोगों की जान गई थी।