गुरुवार को अबू धाबी स्थित लुलु समूह ने जम्मू और कश्मीर में एक खाद्य प्रसंस्करण और रसद केंद्र स्थापित करने की घोषणा की। इसको लेकर समूह की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया है। बता दें कि इस विषय में समूह के संस्थापक अध्यक्ष यूसुफ अली ने गुरुवार को दुबई में अपने प्रमुख सचिव (कृषि) नवीन कुमार चौधरी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। वहीं अबू धाबी के एक समूह के प्रवक्ता ने कहा कि सामान्य स्थिति को देखते हुए, अब उन्हें उम्मीद है कि अगले साल फरवरी तक जम्मू क्षेत्र में परियोजना के लिए भूमि को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि समूह शुरुआत में एक सॉर्टिंग सेंटर और कोल्ड स्टोरेज स्थापित करने के लिए लगभग 60 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। प्रवक्ता ने कहा कि इस परियोजना के जरिए लगभग 300 व्यक्तियों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न होगा।
बता दें कि समूह ने पिछले साल कश्मीर से सेब और केसर आयात करना शुरू किया था और साल के अंत तक 400 टन आयात किए जोकि 25 करोड़ रुपये तक थी। जो नए निवेश के साथ काफी बढ़ जाएगा। लुलु समूह मध्य पूर्व के बाजारों में फैली 190 हाइपरमार्ट श्रृंखलाओं में स्टॉक करने के लिए देश से औसतन 400 करोड़ रुपये से अधिक की कृषि उपज और अन्य खाद्य पदार्थों का आयात करता है। वहीं 2020 में, समूह ने 38,330 टन चावल, दाल, चाय, काजू, मांस और मांस उत्पादों, स्नैक्स और अन्य खाद्य पदार्थों का आयात किया, जिनकी कीमत 420 करोड़ रुपये थी।
Abu Dhabi based Lulu Group International has shared its plan for setting up of a food processing centre in Srinagar, #Kashmir. Lulu Group commits to take partnership with Indian Union Territory of Jammu & Kashmir to next level. pic.twitter.com/2Sw2VALVDU
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) December 10, 2020
यूसुफ अली ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में फलों, सब्जियों, दालों, मसालों, सूखे मेवों और अन्य कृषि उत्पादों की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस साल जनवरी से नवंबर के बीच 400 टन कश्मीरी सेब का आयात किया गया।