नई दिल्ली। रविवार की सुबह, जब सभी अपनी छुट्टी को एंजॉय करने का प्लान कर रहे थे। तभी पड़ोसी मुल्क नेपाल से आई एक दुखद खबर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। खबर आई कि काठमांडू से पोखरा उड़ान भरने वाला विमान क्रैश हो गया। 72 सीटर इस विमान में कुल 62 यात्री सवार थे। जिसमें चार भारतीय नागरिक भी शामिल थे। वहीं, भारत के अलावा 53 नेपाली, 4 रूसी, 2 साउथ कोरिया, 1 आयरलैंड, 1 अर्जेंटीना और एक फ्रांस का एक नागरिक भी शामिल था। इस खबर के आने के बाद पूरे देश में शोक की लहर है।
किस वजह से हुआ क्रैश?
इसे लेकर अभी तक कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है। कुछ लोगों का कहना है कि खराब मौसम की वजह हादसा की वजह बनी तो कुछ का कहना है कि तकनीकी खामी की वजह से यह हादसा हुआ है। अब ऐसे में वजह को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
एक्शन में नेपाल सरकार
उधर, विमान हादसे के बाद नेपाल की पुष्प कमल दहल सरकार एक्शन मोड में आ चुकी है। हादसे के तत्काल बाद प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की अध्यक्षता में बैठक भी हुई। जिसके बाद हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया है।
PM पुष्प कमल दहल ने जताया दुख
वहीं, विमान हादसे पर प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यात्रियों को लेकर काठमांडू से पोखरा जा रही यति एयरलाइंस एएनसी एटीआर 72 की दुखद और दुखद दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं। मैं ईमानदारी से सुरक्षा कर्मियों, नेपाल सरकार की सभी एजेंसियों और आम जनता से प्रभावी बचाव शुरू करने की अपील करता हूं।
हादसे का वीडियो भी आया सामने
बता दें कि विमान हादसे का वीडियो भी सामने आया है। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो क्रैश होने से पहले का है। वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि यह विमान बाई तरफ झुकता जा रहा है। विमान के पहाड़ी में टकराकर सेति नदी में गिरने की भी बात कही जा रही है।
जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन
इसके साथ ही विमान हादसे का शिकार हुए यात्रियों को बचाने का सिलसिला जारी है। तमाम सशस्त्र बल इस कार्य में जुटे हुए हैं। अब तक 40 से भी अधिक शव बचाव कार्य में बरामद किए जा चुके हैं। वहीं, भारत में इस विमान हादसे को लेकर कई नेताओं ने दुख व्यक्त किया है। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हादसे में शिकार हुए यात्रियों के परिजनों के प्रति संदेवना प्रकट की है।
एक दिन का राष्ट्रीय शोक
इसके अलावा प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने इस विमान हादस को लेकर देश में एक दिन के राष्ट्रीय शोक की भी घोषणा की है। उन्होंने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए आपातकालीन बैठक में पांच सदस्यीय समिति गठित कर जांच के आदेश भी दिए हैं।
काठमाडौंबाट यात्रु लिएर पोखराका लागि उडेको यती एयरलाइन्सको एएनसी एटीआर ७२ जहाजको दुखद र त्रासदीपूर्ण दुर्घटनाप्रति गहिरो दुख व्यक्त गर्दछु। प्रभावकारी उद्दारमा लाग्न सुरक्षाकर्मी, नेपाल सरकार सम्पूर्ण निकाय र आम जनसमुदायमा हार्दिक अपील गर्दछु।
— ☭ Comrade Prachanda (@cmprachanda) January 15, 2023
सामने आया चीनी कनेक्शन
उधर, इस हादसे को लेकर चीन का कनेक्शन भी सामने आया है। दरअसल, यति एयरलाइंस ATR 72 पोखरा एयरपोर्ट पहुंचने से 10 मिनट पहले ही हादसे का शिकार हो गई। आपको बता दें कि पोखरा एयरपोर्ट का उद्घाटन आज से 14 दिन पहले ही प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने किया था।
चीन की मदद से बना है पोखरा एयरपोर्ट
चीन के एग्जिम बैंक ने दिया था लोन #NepalPlaneCrash #kathmandu #Nepal #Pokhara | @ashutoshjourno pic.twitter.com/hn1tGOekDj— AajTak (@aajtak) January 15, 2023
पोखरा एयरपोर्ट का निर्माण चीन की आर्थिक मदद से हुआ है। इसके लिए चीन के एक्जिम बैंक ने लोन भी दिया था। खबर है कि दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान का उद्धाटन वाले डेमो फ्लाई भी किया गया था।
जानिए पोखरा एयरपोर्ट का बयान
इसके साथ ही यात्री विमान क्रैश को लेकर पोखरा एयरपोर्ट आथॉरिटी ने भी बयान जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि हादसे से पहले विमान रनवे से महज 10 सेकेंड की दूरी पर थी। तभी यह दुखद हादसा हो गया है और कई यात्रियों की जान चली गई। आपको बता दें कि पोखरा का रनवे पूर्व-पश्चिमी दिशा की ओर बना हुआ है। बताया जा रहा है कि पायलट ने पहले पूर्व की तरफ लैंडिंग की इजाजत मांगी थी, जो कि मिल भी गई थी, लेकिन बाद में पायलट ने पश्चिम की तरफ लैंडिंग की परमिशन मांगी थी।
उधर, सिविल एविएशन आथॉरिटी का कहना है कि विमान में आग की लपटे भी दिखाई दी थी। जिसके बाद यह हादसा हुआ। ऐसी स्थिति में हादसे की मुख्य वजह क्या थी। यह फिलहाल जांच का विषय है। अब आगामी दिनों जांच समिति द्वारा क्या रिपोर्ट पेश की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।