newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Russia Attacks Ukraine: अब जेलिंस्की और NATO में ठनी, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने संगठन पर लगाया ये आरोप

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का भी कहना है कि यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करने का मतलब ये है कि वहां रूसी विमानों को आने से रोकने के लिए नाटो देशों को अपने युद्धक विमान भेजने होंगे और इससे पूरे यूरोप में जंग छिड़ जाएगी।

कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलिंस्की को लग रहा था कि रूस के हमले के बाद नाटो देश उनके समर्थन में मैदान में उतरेंगे, लेकिन नाटो ने ऐसा नहीं किया। नाटो ने यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक मदद तो दी, लेकिन खुद रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेन में अपने सैनिक नहीं भेजे। अब नाटो ने यूक्रेन में नो फ्लाई जोन बनाने से भी इनकार कर दिया है। इससे जेलिंस्की और नाटो के बीच भी तकरार शुरू हो गई है। जेलिंस्की ने कहा है कि ऐसा न किए जाने से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का अगला निशाना यूरोप के देश होंगे। वहीं, नाटो का कहना है कि अगर उसने यूक्रेन में नो फ्लाई जोन घोषित किया, तो रूस से उसकी सीधी टक्कर होगी और बड़े युद्ध से बचा नहीं जा सकेगा।

NATO Secretary General Jens Stoltenberg

नाटो की तरफ से यूक्रेन में नो फ्लाई जोन घोषित न किए जाने से भड़के जेलिंस्की ने कहा कि नाटो ने इस कदम से रूस को हमले जारी रखने का ग्रीन सिग्नल दे दिया है। वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का भी कहना है कि यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करने का मतलब ये है कि वहां रूसी विमानों को आने से रोकने के लिए नाटो देशों को अपने युद्धक विमान भेजने होंगे और इससे पूरे यूरोप में जंग छिड़ जाएगी। बता दें कि रूस लगातार हमले कर रहा है और यूक्रेन के काफी हिस्से पर उसका कब्जा हो गया है। इसी वजह से जेलिंस्की लगातार कह रहे हैं कि नाटो को यूक्रेन के आसमान पर नो फ्लाई जोन घोषित करना चाहिए।

वहीं, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने पहले ही साफ कर दिया है कि यूक्रेन के पक्ष में उतरने वाले देशों को भी हमले का सामना करना होगा। पुतिन ने जंग की शुरुआत करने के दिन ही साफ किया था कि अगर किसी देश ने ऐसी हिमाकत की, तो उसे ऐसी तबाही का सामना करना पड़ेगा, जैसा उसके इतिहास में कभी नहीं हुआ। उधर, अब तक यूक्रेन को यूरोपीय संघ की सदस्यता भी नहीं मिल सकी है। इससे भी जेलिंस्की भड़के हुए हैं।