इस्लामाबाद। एक तरफ जबरदस्त महंगाई की वजह से दो जून की रोटी के लाले और अब बिजली कटने की भी नौबत। पाकिस्तान की जनता को आने वाले दिनों में अंधेरे का सामना भी करना पड़ सकता है। इसकी वजह पाकिस्तान के पुराने दोस्त चीन की कंपनियों की ओर से मिला अल्टीमेटम है। बिजली बनाने वाली चीन की कंपनियों ने पाकिस्तान सरकार से साफ कहा है कि या तो वो बिजली के एवज में पहले से बकाया 300 अरब पाकिस्तानी रुपए का भुगतान करे, वरना बिजली की सप्लाई बंद कर दी जाएगी। पाकिस्तान अभी इतनी बड़ी रकम चुकाने की हालत में नहीं है। ऐसे में बिजली सप्लाई कभी भी कट सकती है।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल ने चीन की कंपनियों की बीते दिनों बैठक बुलाई थी। इस बैठक में चीन की 30 कंपनियों के प्रतिनिधि आए थे। उन्होंने अहसान इकबाल से बताया कि इमरान खान की सरकार के दौरान उनके बकाया नहीं दिए गए और सिर्फ वादों का टोकरा पकड़ाया जाता रहा। बैठक में चीन की 25 बिजली कंपनियों के प्रतिनिधियों ने साफ तौर पर शाहबाज के मंत्री से कह दिया कि बकाया चुकता होगा, तभी बिजली जारी रख सकेंगे। उन्होंने इसके अलावा वीजा और अन्य मसलों पर भी पाकिस्तानी सरकार से नाराजगी जताई।
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी मंत्री ने भी चीन की कंपनियों के रवैये पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने भी जब आपसे संपर्क करने की कोशिश की, तो वक्त पर जवाब तक नहीं मिला। इस पर चीन की कंपनियों ने कहा कि उन्होंने पहले भी पेट्रोल, डीजल और कोयले की कीमतों पर चिंता जताई थी। सरकार को बिजली बनाने के लिए ईंधन के वास्ते चार गुना ज्यादा पैसा चुकाना चाहिए। कंपनियों ने ये भी बताया कि इमरान खान ने चीन की यात्रा के दौरान किए वादे तक भुला दिए। यहां तक कि ऑटोमेटिक पेमेंट सिस्टम को भी लागू नहीं किया गया। अब सबकी नजर इस पर है कि पाकिस्तान में बिजली आती रहती है या अंधेरा छाता है।