नई दिल्ली। पाकिस्तान जोकि आर्थिक संकट से जूझ रहा है, लेकिन इससे उबरने के लिए प्रयास करने की बजाय इमरान सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए कश्मीर का राग अलापती रहती है। उसे लगता है कि कश्मीर का मुद्दा उठाकर वो पाकिस्तान की जरुरी समस्याओं से दूर भाग लेगा। बता दें कि की पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी बेरोजगारी और महंगाई जैसे अहम मुद्दों से अलग कश्मीर पर जब राग छेड़ा, पाकिस्तान को निराशा ही हाथ लगी है। अपनी इसी निराशा से बौखलाकर पाकिस्तान की इमरान सरकार ने अब कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ एक नया प्लान बनाया है। बता दें कि राजधानी इस्लामाबाद में अगले साल मुस्लिम देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को लेकर पाकिस्तान रणनीति बना रहा है। उसे लगता है कि इससे वो मुस्लिम देशों को भारत के खिलाफ कर लेगा।
इस प्लानिंग के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को कश्मीर के मुद्दे को उठाने और इस पर समर्थन हासिल करने के लिए इस्लामाबाद में अगले साल मुस्लिम देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने की घोषणा की। यह घोषणा उन्होंने अपने पैतृक शहर मुल्तान में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए की।
उन्होंने इस संबंध में कहा कि, ”अगर अल्लाह ने मुझे मौका दिया तो मैं कश्मीर के मुद्दे पर समर्थन जुटाने के लिए मार्च 2022 में इस्लामाबाद में मुस्लिम राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन करूंगा।”
बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर कई सालों से तनाव बना हुआ है। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान तब और बौखला गया जब भारत में मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया था। तब से ही पाकिस्तान किसी न किसी बहाने खुद के पक्ष में अन्य देशों को लाने की कवायद करता रहता है।