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USA: अमेरिका के फिलाडेल्फिया में रोज मारे जा रहे युवा, यूजर्स ने पूछा- भारत पर उंगली उठाने वाला न्यूयॉर्क टाइम्स क्या इसे छापेगा?

अमेरिका के फिलाडेल्फिया में आजकल जो भयावह हालात हैं, उनकी खबर अमेरिका के अखबारों में कहीं नहीं आ रही है। फॉक्स न्यूज के एक पत्रकार ने इस खतरनाक हालात का खुलासा अपने एक ट्वीट के जरिए किया है। इस पर अमेरिका के आम लोगों ने भी अपनी आपबीती बताने के साथ वहां की बाइडेन सरकार पर निशाने साधे हैं।

फिलाडेल्फिया। अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट जैसे बड़े अखबार भारत और एशिया-अफ्रीका के देशों में सरकारों की कमिया ढूंढने और फर्जी डेटा पर आधारित खबरें छापने के आरोप में आए दिन घिरते हैं। वहीं, अपने मुल्क यानी USA की हालत इन अखबारों को नहीं दिखती। जैसे अमेरिका के फिलाडेल्फिया में आजकल जो भयावह हालात हैं, उनकी खबर अमेरिका के अखबारों में कहीं नहीं आ रही है। फॉक्स न्यूज के एक पत्रकार ने इस खतरनाक हालात का खुलासा अपने एक ट्वीट के जरिए किया है। इस पर अमेरिका के आम लोगों ने भी अपनी आपबीती बताने के साथ वहां की बाइडेन सरकार पर निशाने साधे हैं।

अमेरिका में फॉक्स न्यूज के पत्रकार क्रिस ओ कॉनेल ने ट्वीट में एक वीडियो शेयर किया है। इसमें एक कब्रगाह और कब्रें दिख रही हैं। क्रिस ने वीडियो शेयर कर बताया है कि ये नजारा फिलाडेल्फिया का है। उन्होंने बताया है कि फिलाडेल्फिया में कानून और व्यवस्था की हालत इतनी खराब है कि वहां हर रोज जमकर हिंसा होती है। क्रिस ओ कॉनेल के मुताबिक वो अपर डार्बी के स्थानीय कब्रगाह गए थे। वहां के कर्मचारियों ने बताया कि वो कब्रें खोदते-खोदते परेशान हो गए हैं और कब्रगाह में रोज इतनी लाशें आती हैं कि जल्दी ही जगह की भी कमी पड़ने वाली है। क्रिस के मुताबिक कब्रगाह के कर्मचारियों ने बताया कि नई कब्रों में से 90 फीसदी उन लोगों के हैं, जो गोलीबारी में जान गंवा चुके हैं। इन कर्मचारियों के हवाले से क्रिस ने बताया कि हिंसा में मारे गए ज्यादातर 20 साल की आसपास के उम्र के युवा हैं।

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क्रिस के इस खुलासे के बाद यूजर्स ने फिलाडेल्फिया की हकीकत बयान करनी शुरू कर दी। एक यूजर ने लिखा कि वो फिलाडेल्फिया में बाहर निकलते वक्त अपनी गन साथ रखता है। वहीं, एक यूजर ने बताया कि शहर में जंग जैसे हालात हैं। बता दें कि फिलाडेल्फिया में राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी की ही सरकार है। एक यूजर ने ये भी पूछा कि क्या न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट ने जिस तरह भारत के कोरोना के बारे में खबरें छापीं, क्या वे इस खबर को छापेंगे? वहीं, एक यूजर ने ये भी बताया कि फिलाडेल्फिया में ड्रग्स का कारोबार भी चरम पर है। यूजर्स ने और क्या कमेंट किए, ये आप ऊपर दिए गए क्रिस ओ कॉनेल के ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन में जाकर देख सकते हैं।