न्यूयॉर्क। पीएम नरेंद्र मोदी भारतीय समय के मुताबिक बीती रात करीब 10 बजे अमेरिका पहुंचे थे। 14 घंटे तक विमान में सफर कर अमेरिका के न्यूयॉर्क पहुंचे मोदी ने बिना वक्त जाया किए और थकान दिखाए भारत के हित के लिए नामचीन लोगों से मेल-मुलाकात का सिलसिला शुरू किया। मोदी ने भारत और अमेरिका के साझा हित और सुरक्षा से लेकर हेल्थकेयर और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले नामचीन लोगों से मुलाकात की। इस दौरान मोदी और इन दिग्गजों के बीच भारत-अमेरिका के रिश्तों और भारत के विकास के लिए जरूरी बुनियादी और सुरक्षा ढांचों पर खूब चर्चा हुई। मोदी से मुलाकात के बाद सभी दिग्गजों ने भारत की जमकर तारीफ की। मोदी ने अमेरिका में ‘शहरीकरण समस्या नहीं मौका’ का नारा भी दिया।
मोदी ने अमेरिकी थिंक टैंक स्पेस टुडे के सदस्यों से मुलाकात के दौरान भू-राजनीतिक, दुनियाभर की आर्थिक स्थिति और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर व्यापक विचार विमर्श किया। इस नामचीन अमेरिकी थिंक टैंक से माइकल फोरमैन, डेनियल रसेल, डॉ. मैक्स अब्राह्म्स, जेफ एम. स्मिथ, एलब्रिज कोलबी और गुरु सावले ने पीएम मोदी से लंबी चर्चा की।
मोदी के साथ मुलाकात करने वालों में अमेरिका में भारतीय मूल के नामचीन शिक्षाविद भी रहे। ये सभी नेतृत्व करने वाले पदों पर हैं। शिक्षाविदों से मुलाकात में मोदी के साथ भारतीय और अमेरिकी विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग और अन्य विषयों पर चर्चा हुई। जिन शिक्षाविदों ने मोदी से मुलाकात की, उनमें प्रोफेसर रतन लाल, डॉ. नीली बेंडापुडी, डॉ. प्रदीप खोसला, डॉ. सतीश त्रिपाठी, चंद्रिका टंडन, प्रो. जगमोहन राजू, डॉ. माधव वी. राजन और डॉ. अनुराग मैराल रहे।
पीएम मोदी से बातचीत करने वालों में हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़े दिग्गज भी थे। उन्होंने कोरोना महामारी के आलोक में हेल्थकेयर सेक्टर को तैयार रखने, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा देने के लिए तकनीकी के विकास और अन्य मसलों पर विचार रखे। पीएम मोदी ने इस क्षेत्र से मिलने आए नोबल सम्मान विजेता डॉ. पीटर एग्रे, डॉ. लॉटन रॉबर्ट बर्न्स, डॉ, स्टीफन क्लासको, डॉ. पीटर होतेज, डॉ. सुनील ए. डेविड और डॉ. विवियन एस. ली की बातों को गौर से सुना और खुद के विचार भी रखे।
नोबल सम्मान विजेता अर्थशास्त्री पॉल रोमर ने भी पीएम मोदी से आज मुलाकात की। मोदी से मिलने के बाद पॉल रोमर ने कहा कि ये एक अच्छा दिन है, जब मैंने कुछ सीखा और काफी जानकारी मिली कि भारत क्या कर रहा है। रोमर ने कहा कि आधार जैसे पहचान वाली योजनाओं के जरिए दुनिया को भारत राह दिखा सकता है। नोबल सम्मान विजेता पॉल रोमर ने कहा कि शहरीकरण समस्या नहीं, बल्कि एक बढ़िया मौका है। रोमर ने कहा कि मोदी के इस नारे का वो समर्थन करते हैं। पॉल रोमर ने क्या कहा ये सुनिए।
#WATCH | Professor Paul Romer after meeting PM Modi in New York, says “It was a great meeting. We talked about the importance of successful urban development. He understands these issues very well. PM articulated it very well that urbanisation is not a problem. It’s an… pic.twitter.com/rSPfW8p576
— ANI (@ANI) June 21, 2023