वॉशिंगटन। पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं। उनके दौरे को लेकर बहुत उत्साह है। इस उत्साह के बीच अमेरिका की सांसद प्रमिला जयपाल का नाम गुरुवार से काफी चर्चा में है। दरअसल, प्रमिला जयपाल ने पीएम मोदी के अमेरिकी संसद में संबोधन और उनके अमेरिका दौरे का विरोध किया था। भारतीय मूल की प्रमिला जयपाल ने 70 सांसदों के साथ मिलकर विरोध जताया था। हालांकि, प्रमिला जयपाल अमेरिकी संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में मोदी के संबोधन के दौरान खड़े होकर ताली बजाती भी नजर आईं थीं। अब एक बार फिर शुक्रवार को मोदी के एक अन्य कार्यक्रम का प्रमिला जयपाल हिस्सा बनीं।
प्रमिला जयपाल की अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकेन की तरफ से पीए मोदी को दिए गए भोज में भी मौजूदगी रही। कमला हैरिस ने जब अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि यहां तमाम सांसद भी भारतीय मूल के हैं, तो उन्होंने बाकायदा इशारा करते हुए अतिथियों में शामिल प्रमिला जयपाल का नाम लिया। प्रमिला जयपाल का नाम लेने पर भोज में मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाईं और पीएम मोदी भी ताली बजाकर प्रमिला जयपाल की हौसला अफजाई करते दिखे। वो भी तब, जबकि वो मोदी के अमेरिका दौरे के खिलाफ अभियान चलाए हुईं थीं।
प्रमिला जयपाल अकसर भारत की मौजूदा राजनीतिक हालात की आलोचना करती रहती हैं। साल 2019 में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी सासंदों के प्रतिनिधिमंडल से तय मुलाकात अचानक रद्द कर दी थी। इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य प्रमिला जयपाल भी मौजूद थीं। जयपाल ने इस मुलाकात के रद्द होने के बाद भी भारत में मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ अपने स्टैंड को खत्म नहीं किया था, लेकिन अब मोदी के दो कार्यक्रमों में प्रमिला जयपाल के शामिल होने और तालियां बजाने से लगता है कि वो भी अपने पुराने रुख से हट सकती हैं।