नई दिल्ली। पड़ोसी देश यूक्रेन में अपनी सैन्य कार्रवाई से तबाही मचा देने वाले रूसी राष्ट्रपति पुतिन अब नेगोशिएसन यानी बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। चीन के हवाले से यह खबर सामने आ रही है। इससे पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा था कि एक बार यूक्रेन की सेना आत्मसमर्पण कर दे तो हम नेगोशिएसंस के लिए तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि हम एक ऐसा यूक्रेन चाहते हैं जो स्वतंत्र हो न की अमेरिका का पिछलग्गू हो। बता दें कि कल यानी गुरुवार को रूस ने यूक्रेन पर हमले की शुरुआत की थी, और आज भी वह लगातार यूक्रेन पर बमबारी कर रहा है। यूक्रेन को समर्थन के नाम पर विश्व जगत् से अभी तक निराशा ही मिली है। उसके पीछे रहने का दावा करने वाले देश भी उसको मंझधार में छोड़ चुके हैं। ऐसे में यूक्रेन के पास जो विकल्प बचता है वह बातचीत का ही है, शायद यही वजह है कि रूस को रोकने के लिए जेलेंस्की के पास पुतिन को बातचीत के लिए बुलाने के सिवा कोई रास्ता नहीं नजर आया और उन्होंने किया भी ऐसा ही। यूक्रेन के प्रमुख व्लोदिमीर जेलेंस्की ने पुतिन को बातचीत के लिए इनवाइट किया और अब खबर यह है कि पुतिन ने बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया है।
चीनी प्रवक्ता ने दी जानकारी
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है कि पुतिन से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने फोन पर बातचीत की है, जिसमें पुतिन ने कहा कि वे यूक्रेन से हाई लेवल संवाद स्थापित करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, इससे पहले यूक्रेनियन जेलेंस्की ने पुतिन को बातचीत के लिए टेबल पर इनवाइट किया था।
उम्मीद है कि भारत रूस का समर्थन करेगा- रूसी राजनयिक
गौरतलब है कि यूएनएससी (UNSC) में शुक्रवार को रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के विरोध में एक प्रस्ताव पास किया जाने वाला है। एक तरफ जहां यूक्रेन, अमेरिका सहित तमाम पश्चिमी देश भारत को रूस के खिलाफ बयान देने के लिए कह रहे हैं, वहीं रूसी राजनयिक रोमन बाबुश्किन ने कहा है कि वह इस प्रस्ताव के खिलाफ और रूस के समर्थन में वोटिंग के लिए भारत से उम्मीद करता है। रूस के शीर्ष राजनयिक बाबुश्किन ने कहा, ‘रूस और भारत ऐसे एकतरफा प्रतिबंधों को मान्यता नहीं देते हैं जो यूएन चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय नियमों के खिलाफ हैं। पश्चिमी देश दुनिया को एकध्रुवीय बनाए रखने के लिए और दूसरे देशों पर दबाव डालने के लिए प्रतिबंधों का सहारा लेते हैं। ये केवल कल की बात नहीं है, हमारे जैसे देश सालों से इसका सामना करते आ रहे हैं।’
यूक्रेन के राजधानी के पास पहुंची रूसी सेना
हालांकि बातचीत के आमंत्रण के बावजूद रूसी सेना द्वारा हमले में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। यूक्रेन पर लगातार बमबारी जारी है, और खबर है कि रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच चुकी है। हालांकि, खबर यह भी है कि पोलैंड ने रूस के लिए एयरस्पेस बंद कर दिया है। इससे पहले रूस ने ब्रिटेन के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का एलान किया था।
ताकतवर देश देख रहे हैं हम लड़ रहे हैं- जेलेंस्की
रूस के यूक्रेन हमले पर वैश्विक जगत् द्वारा चुप्पी साधने पर जेलेंस्की ने कहा कि हम लड़ रहे हैं लेकिन ताकतवर देश देख रहे हैं। गौरतलब है कि अमेरिका का रोल इस युद्ध में भले ही प्रत्यक्ष तौर पर नहीं दिख रहा है, लेकिन जानने वाले जानते हैं कि अमेरिका ने जिस तरह से यूक्रेन को चढ़ाया, युद्ध उसी का परिणाम है। और अमेरिका जिसे यूक्रेन के समर्थन में होना चाहिए वह कह रहा है कि युद्ध जॉइन नहीं करेगा। जेलेंस्की भी अवश्य अब इस बात को समझ गए होंगे, शायद इस लिए उन्होंने अब पुतिन को बातचीत के लिए टेबल पर बुलाया है। बहरहाल, यह बातचीत कितनी सफल होगी, यह तो भविष्य के गर्भ में ही है। हमें अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है।