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Pakistan में महंगाई की मार, पेट्रोल से भी महंगी हुई ये ‘चीज’, केवल 15 दिन का बचा स्टॉक

Pakistan: पाकिस्तान में अलग-अलग जगहों पर चीनी के दाम पांच से 8 रूपए प्रति किलो तक बढ़े हैं। थोक बाजार में तो चीनी की कीमत 140 रूपए प्रति किलो से ज्यादा हो गई है। वहीं लाहौर में एक दिन पहले थोक बाजार में चीनी की कीमत 126 रुपये प्रति किलो थी।

नई दिल्ली। पहले से ही आर्थिक तांगी से बेहाल पाकिस्तान पर एक बार फिर मंहगाई का चाबूक चला है। पाकिस्तान की आवाम किस कदर मंहगाई से त्रस्त है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां चीनी पेट्रोल से भी अधिक कीमत पर मिल रही है। पूरे पाकिस्तान में चीनी की बढ़ी कीमत से लोग परेशान है। इस वक्त पाकिस्तान में चीनी 150 रुपए प्रति किलो पर बिक रही है जबकि पेट्रोल 138.30 रुपए प्रति लीटर पर बनी हुई है। हालांकि मंहगाई के पहाड़ तले दबे पीएम इमरान खान इसपर काबू पाने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन जो हालात देखने को मिल रहे हैं उसमें ये बात हवा-हवाई दिख रही है।

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पाक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो देश (पाकिस्तान) फिलहाल चीनी संकट का सामना कर रहा है और इसका मौजूदा स्टॉक केवल 15 दिन और चलेगा। इसे लेकर अब पाक पीएम इमरान खान के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पीटीआई सरकार विपक्षियों के निशाने पर आ गए हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने महंगाई को लेकर निशाना साधते हुए कहा, ‘संकट के बावजूद इमरान खान के पास अपने भाषणों के जरिए जुबानी सेवाएं देने से बेहतर कुछ नहीं है।’

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आपको बता दें, पाकिस्तान में अलग-अलग जगहों पर चीनी के दाम पांच से 8 रूपए प्रति किलो तक बढ़े हैं। थोक बाजार में तो चीनी की कीमत 140 रूपए प्रति किलो से ज्यादा हो गई है। वहीं लाहौर में एक दिन पहले थोक बाजार में चीनी की कीमत 126 रुपये प्रति किलो थी। सूत्रों की मानें तो चीनी डीलरों ने अवैध मुनाफा कमाने के लिए जानबूझकर कमी का पैदा की है ताकि कीमत बढ़ाई जा सके। आपको बता दें, बेहाल पाकिस्तान में महंगाई की ये मार ऐसे वक्त में पड़ रही है जब बुधवार को ही पाक पीएम इमरान खान ने गरीब परिवारों को दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुओं को सस्ती दरों पर मुह्हैया कराने के लिए 120 अरब रुपये के बड़े पैकेज की घोषणा की। पाक पीएम ने इसे पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा कल्याणकारी योजना बताया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा, ‘सब्सिडी कार्यक्रम के तहत पात्र परिवार अगले छह महीनों के लिए 30 प्रतिशत कम कीमतों पर गेहूं का आटा, घी और दाल खरीद सकेंगे।’