मास्को/कीव। यूक्रेन पर रूस के हमले का आज 11वां दिन है। लगातार हमलों के बाद भी यूक्रेन पर पूरी तरह रूस का कब्जा नहीं हो सका है। ऐसे में अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने नई धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर यूक्रेन नहीं माना, तो उसका नामोनिशान मिट जाएगा। पुतिन की इस धमकी पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलिंस्की ने कहा है कि वो आजादी के लिए लड़ते रहेंगे और किसी के सामने नहीं झुकेंगे। रूस की इस धमकी और यूक्रेनी राष्ट्रपति के पलटवार के बीच अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा है कि रूस के करीब डेढ़ लाख जवान यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरे हुए हैं और कभी भी इस पर कब्जे के लिए आक्रमण तेज कर सकते हैं। जंग के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये दावा किया है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में पुतिन को धमकी दी थी कि अगर यूक्रेन पर हमला किया, तो वो रूस को तबाह कर देंगे। जिसके बाद पुतिन ने हमला नहीं किया था।
कीव के अखबार ‘कीव इंडिपेंडेंट’ ने अपनी एक खबर में लिखा है कि युद्ध के 10 दिन में एक लाख से ज्यादा यूक्रेन के नागरिक सेना में शामिल हुए हैं। अखबार का दावा है कि इन सभी को ट्रेनिंग देने के बाद मोर्चों पर तैनात किया गया है। उधर, जेलिंस्की ने अमेरिका से और आर्थिक और सैन्य मदद देने की मांग की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से टेलीफोन पर बातचीत में जेलिंस्की ने ये मांग रखी। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के भी यूक्रेनी विदेश मंत्री से पोलैंड की सीमा पर मुलाकात की खबर है। यूक्रेन के एक शहर लीव पर भी हमले की आशंका है। यहां सभी मूर्तियों को ढंका जा रहा है।
दूसरी तरफ, रूस ने एलान किया है कि वो यूक्रेन और सीरिया में जान गंवाने वाले हर सैनिक के परिवार को 50 लाख रूबल यानी करीब 4 करोड़ रुपए देगा। घायल सैनिकों को 30 लाख रूबल यानी करीब 2.5 करोड़ रुपए की मदद मिलेगी। रूस का कहना है कि यूक्रेन युद्ध में उसके 498 सैनिकों की मौत हुई है। रूस में अब मास्टरकार्ड और वीजा ने भी काम बंद कर दिया है। यूक्रेन का दावा है कि रूस में अब तक 150 से ज्यादा कंपनियों ने कामकाज समेट लिया है।